एक्सपर्ट्स ने संभावना जताई थी कि दो अलग-अलग कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाने से ज्यादा सुरक्षा मिल सकती है। जिसके बारे में जल्दी टेस्टिंग शुरू की जा सकती है।
Trending Photos
भारत में कोविड-19 वैक्सीन प्रोग्राम पर जोर-शोर से ध्यान दिया जा रहा है। मगर इसके साथ पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उत्पादन की चुनौती हमारे सामने है। जिसके लिए सरकार और वैक्सीन निर्माता कंपनियां दिन-रात लगी हुई हैं। लेकिन इसी बीच कई मामले ऐसे देखे गए हैं, जिसमें एक ही व्यक्ति को लगने वाली दो डोज में अलग-अलग कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया है। जिसके बाद विशेषज्ञों के सामने इस स्थिति के परिणामों को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अलग-अलग वैक्सीन की डोज लगवाकर कोविड-19 से ज्यादा सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है। इस संभावना को लेकर देश में मिक्स्ड वैक्सीन पर जल्द ही ट्रायल शुरू हो सकता है।
ये भी पढ़ें: Saline Gargle: RT-PCR टेस्ट के नये तरीके को मिली मंजूरी, सैंपल देने में महसूस नहीं होगी तकलीफ
कुछ हफ्तों में शुरू हो सकती है टेस्टिंग
नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) के तहत कार्य कर रहे कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ. एन के अरोड़ा ने कहा कि, भारत में जल्द ही कोविड-19 वैक्सीन की दो अलग-अलग डोज को लेकर टेस्टिंग शुरू की जा सकती है। जिससे यह पता लगाया जाएगा कि क्या ऐसा करने से सच में इम्यून सिस्टम की शक्ति को बूस्ट किया जा सकता है या नहीं। उन्होंने आगे कहा कि, कल एसआईआई के एक पत्र में पहले ही बता दिया गया है कि जून से 10-12 करोड़ डोज का उत्पादन किया जाएगा और इसी तरह जुलाई के अंत तक 10-12 करोड़ कोवैक्सीन भी मिल पाएंगी।
India may soon start in few weeks testing feasibility of a regimen that mixes 2 different doses of Covid vaccines to see if it helps boost immune response to virus: Dr N K Arora, chairman of Covid-19 working group under National Technical Advisory Group on Immunization (NTAGI) pic.twitter.com/AWzeCeuyeG
— ANI (@ANI) May 31, 2021
ये भी पढ़ें: WhatsApp पर XraySetu बताएगा आपको कोविड है या नहीं, सिर्फ आधे घंटे में मिलेगी रिपोर्ट
इन वैक्सीन को मिलाकर की जा सकती है टेस्टिंग
भारत में अभी मुख्य रूप से दो प्रकार की कोविड-19 वैक्सीन इस्तेमाल की जा रही है। पहली सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और दूसरी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन। इसके साथ ही भारत में लोगों के लिए रूस की स्पूतनिक-वी वैक्सीन कुछ ही दिनों में उपलब्ध होने वाली है। ऐसे में इन तीनों वैक्सीन को लेकर मिक्स्ड वैक्सीन की टेस्टिंग की जा सकती है। इसके अलावा भविष्य में आने वाली अन्य वैक्सीन को भी इस टेस्टिंग में शामिल किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, आईसीएमआर और वैक्सीन निर्माता कंपनी मिलकर इस टेस्टिंग को कर सकते हैं। हालांकि, सरकार की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।