अक्सर होने वाले सिर दर्द को न करें इग्नोर, डॉक्टर ने बताया ब्रेन कैंसर का डरावना सच!
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अक्सर होने वाले सिर दर्द को न करें इग्नोर, डॉक्टर ने बताया ब्रेन कैंसर का डरावना सच!

अगर सिर दर्द सुबह के समय सबसे ज्यादा होता है, तो यह एक 'रेड फ्लैग' हो सकता है. अगर सिर दर्द रोजाना हो रहा है, तो यह और भी चिंता का विषय है.

अक्सर होने वाले सिर दर्द को न करें इग्नोर, डॉक्टर ने बताया ब्रेन कैंसर का डरावना सच!

सिर दर्द एक आम समस्या है, जिससे लाखों लोग प्रभावित होते हैं. ब्रिटेन में लगभग 1 करोड़ लोग गंभीर सिर दर्द या माइग्रेन से जूझते हैं. हालांकि, अधिकतर मामलों में यह सामान्य होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. अब, पेडियाट्रिक डॉक्टर मेघन मार्टिन ने सोशल मीडिया के जरिए सिर दर्द से जुड़े ऐसे संकेत बताए हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है.

डॉ. मार्टिन ने अपने 1.6 मिलियन इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को बताया कि अगर सिर दर्द सुबह के समय सबसे ज्यादा होता है, तो यह एक 'रेड फ्लैग' हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सिर दर्द रोजाना हो रहा है, तो यह और भी चिंता का विषय है. इसके अलावा, सिर दर्द के साथ लगातार उल्टी और मितली होना 'डबल रेड फ्लैग' का संकेत है. डॉ. मार्टिन के मुताबिक, अगर बच्चा सुबह उठते ही सिर दर्द और उल्टी की शिकायत करता है और यह कुछ दिनों से लगातार हो रहा है, तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है.

ब्रेन ट्यूमर के कारण सिर दर्द क्यों होता है?
ब्रेन ट्यूमर के कारण दिमाग में दबाव बढ़ता है, जो नसों और रक्त वाहिकाओं पर असर डालता है. इससे सिर दर्द होता है. ब्रेन ट्यूमर चैरिटी के अनुसार, हर साल लगभग 12,000 लोग ब्रेन ट्यूमर का शिकार होते हैं, जिनमें 500 बच्चे और युवा भी शामिल हैं.

अन्य लक्षण जिन्हें पहचानना जरूरी
थकान: यदि यह लंबे समय तक बनी रहती है और अन्य लक्षणों के साथ है.
सुनने, देखने या बोलने में समस्या: जैसे धुंधली दृष्टि, दोहरी दृष्टि या आंखों की असामान्य गतिविधियां.
संतुलन और ताकत में कमी: बच्चा अचानक लड़खड़ाकर चलने लगे या ठीक से खड़ा न हो पाए.
पर्सनैलिटी में बदलाव: बच्चे का स्वभाव या मानसिक स्वास्थ्य अचानक बदल जाए.
चेहरे की कमजोरी या दौरे: यह भी ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है.

डॉक्टर से कब संपर्क करें?
डॉ. मार्टिन के अनुसार, यदि ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. अस्पताल में CT या MRI स्कैन के जरिए मस्तिष्क की जांच की जा सकती है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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