पिता की डायबिटीज दवा का बच्चों की जन्मजात बीमारी से कोई संबंध नहीं, लेटेस्ट स्टडी का हैरान करने वाला दावा
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पिता की डायबिटीज दवा का बच्चों की जन्मजात बीमारी से कोई संबंध नहीं, लेटेस्ट स्टडी का हैरान करने वाला दावा

आमतौर पर यह माना जाता है कि डायबिटीज से पीड़ित माता-पिता के बच्चों में भी इस बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. हालांकि, एक शोध ने इस बात को गलत साबित कर दिया है.

पिता की डायबिटीज दवा का बच्चों की जन्मजात बीमारी से कोई संबंध नहीं, लेटेस्ट स्टडी का हैरान करने वाला दावा

डायबिटीज, विशेषकर टाइप 2 डायबिटीज, को लेकर लोगों में काफी चिंताएं रहती हैं, खासकर उन परिवारों में जहां माता-पिता इस बीमारी से पीड़ित हैं. आमतौर पर यह माना जाता है कि डायबिटीज से पीड़ित माता-पिता के बच्चों में भी इस बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. हालांकि, एक शोध में कहा गया है कि फैमली प्लानिंग बना रहे टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित पुरुष इस बात को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं कि मेटफॉर्मिन दवा लेने से उनके बच्चे में जन्मजात बीमारी का खतरा नहीं बढ़ता है.

3 मिलियन (30 लाख) से ज्यादा गर्भधारण पर आधारित और बीएमजे द्वारा प्रकाशित निष्कर्षों से यह बात सामने आई है कि मेटफॉर्मिन को बच्चे पैदा करने का प्लान बना रहे पुरुषों में शुगर के लेवल को मैनेज करने के लिए एक सही दवा माना जा सकता है. मेटफॉर्मिन का उपयोग टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के इलाज के लिए किया जाता है. हाल ही में हुए एक डेनिश अध्ययन में बताया गया था कि जो लोग मेटफॉर्मिन के उपयोग कर रहे हैं तो उनके शिशु (लड़के) में कुछ जन्‍मजात बीमारियां आ सकती हैं.

कैसे हुआ अध्ययन
इसे समझने के लिए, ताइवान और नॉर्वे के शोधकर्ताओं ने दोनों के बीच संबंधों के मूल्यांकन का प्रयास किया. उन्होंने राष्ट्रीय जन्म रजिस्ट्री और प्रिस्क्रिप्शन डेटाबेस का उपयोग किया और 2010-21 के दौरान नॉर्वे में स्पर्म विकास (गर्भावस्था से तीन महीने पहले) की अवधि के दौरान पैतृक डेटा वाले 619,389 शिशुओं की पहचान की और 2004-18 के दौरान ताइवान में 25,63,812 शिशुओं की पहचान की. इनमें से नॉर्वे में 2,075 (0.3 प्रतिशत) और ताइवान में 15,276 (0.6 प्रतिशत) बच्चों के पिताओं ने स्पर्म विकास अवधि के दौरान मेटफॉर्मिन का उपयोग किया.

जन्मजात बीमारी का कोई खतरा नहीं
केवल टाइप 2 डायबिटीज वाले पुरुषों को देखते हुए और पिता की आयु और संबंधित स्थितियों को पर ध्‍यान देते हुए टीम ने पाया कि स्पर्म विकास अवधि के दौरान न तो नॉर्वे और न ही ताइवान में मेटफॉर्मिन का उपयोग करने वाले बच्चों में किसी भी जन्मजात बीमारी का कोई खतरा नहीं है. नेशनल ताइवान यूनिवर्सिटी और ओस्लो यूनिवर्सिटी की टीम ने कहा कि शोध के यह परिणाम फैमली प्लानिंग बना रहे पुरुषों के बीच टाइप 2 डायबिटीज के उपचार में मेटफॉर्मिन का चयन करने के लिए डॉक्टरों को निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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