आईआईटी-बीचएयू के दो पूर्व छात्रों ने गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए एक हेल्थ ऐप विकसित किया है. डवलपर्स रवि तेजा और मयूर धुरपते ने ऐप का नाम 'आईमम्ज' रखा है,
Trending Photos
वाराणसी: आईआईटी-बीचएयू के दो पूर्व छात्रों ने गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए एक हेल्थ ऐप विकसित किया है. डवलपर्स रवि तेजा और मयूर धुरपते ने ऐप का नाम 'आईमम्ज' रखा है, जिसे प्रतिष्ठित आत्मनिर्भर भारत एप नवाचार चुनौती में पूरे भारत में स्वास्थ्य वर्ग में दूसरा स्थान हासिल हुआ है. इस ऐप में वैज्ञानिक तरीके से सप्ताह वार गर्भावस्था और भ्रूण के स्वास्थ्य के बारे में बताया जाता है, साथ ही स्वस्थ्य बच्चे और सेफ डिलिवरी के लिए अन्य उपाय भी बताए गए हैं.
ऐप में गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं से जुड़ी 'मेडिकल, इमोशनल, फीजिकल' समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया है. रवि और मयूर ने आकर्षक सैलेरी वाली जॉब छोड़ दी और अपनी बुद्धिमत्ता का प्रयोग ऐसी ऐप बनाने में किया, जिससे गर्भवती महिलाओं की कुछ मदद हो सके.
दोनों ने आईआईटी-बीएचयू में 2017 में इस समस्या को सुलझाने के लिए प्रयास शुरू किया था और अपने मेंटर राजेश जगासिया की मदद से इस नवाचार ऐप को विकसित कर लिया. जगासिया एक वरिष्ठ मेडिटेशन कोच और अनुभवी चीफ एक्सपीरिंयस ऑफिसर (सीएक्सओ) ट्रेनर हैं.
ये भी देखें-