विश्व कैंसर दिवस के दिन इस देश के राष्ट्रपति की कैंसर से मौत, देशभर में शोक की लहर
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विश्व कैंसर दिवस के दिन इस देश के राष्ट्रपति की कैंसर से मौत, देशभर में शोक की लहर

नामीबिया के राष्ट्रपति हेज गेनगॉब का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे और उन्हें कैंसर था.

विश्व कैंसर दिवस के दिन इस देश के राष्ट्रपति की कैंसर से मौत, देशभर में शोक की लहर

नामीबिया के राष्ट्रपति हेज गेनगॉब का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे और उन्हें कैंसर था. नामीबिया के राष्ट्रपति ऑफिस ने सोशल मीडिया वेबसाइट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि लेडी पोहाम्बा हॉस्पिटल में डॉक्टरों की टीम ने गेनगॉब को बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन उनका निधन हो गया. अस्पताल में उनकी पत्नी मोनिका गेनगॉब और उनके बच्चे भी मौजूद थे.

नामीबिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति एंगोलो मुम्बा ने शांति की अपील करते हुए कहा कि इस संबंध में जरूरी राजकीय व्यवस्था करने के लिए तत्काल मंत्रिमंडल की बैठक बुलायी जाएगी हैं. उनके कार्यालय ने पिछले महीने बताया था कि गेनगॉब का कैंसर का इलाज चल रहा था. उनकी 8 जनवरी को कोलोनोस्कोपी और गैस्ट्रोस्कोपी हुई थी, फिर उसके बाद उनकी बायोप्सी हुई.

जानकारी के अनुसार, एंगोलो अमेरिका में कैंसर का इलाज कराने के बाद 31 जनवरी को स्वदेश लौटे थे. 2014 में उन्होंने प्रोस्टेट कैंसर से जंग जीतने के बारे में बताया था. गेनगॉब इस अफ्रीकी राष्ट्र के 2015 से राष्ट्रपति थे और उनका दूसरा तथा अंतिम कार्यकाल इस साल खत्म होना था. वह 1990 में नामीबिया के स्वतंत्रता हासिल करने के बाद से देश के तीसरे राष्ट्रपति बने थे.

हेज गेनगॉब का राजनीतिक सफर
रंगभेद विरोधी कार्यकर्ता के तौर पर करीब तीन दशक तक पड़ोसी देश बोत्सवाना और अमेरिका में निर्वासन में रहने के बाद गेनगॉब देश में लौटे और 1990 से 2002 तक नामीबिया के पहले प्रधानमंत्री रहे. वह 2008 से 2012 तक भी प्रधानमंत्री पद पर रहे. मृदु भाषी लेकिन अफ्रीका के एजेंडे का पुरजोर समर्थन करने वाले गेनगॉब का अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से करीब संबंध रहा. लेकिन कई अन्य अफ्रीकी नेताओं की तरह उन्होंने चीन के साथ भी अच्छे संबंध स्थापित किए. विवादों, हिंसक चुनावों और तख्तापलट से त्रस्त इस क्षेत्र में स्थित नामीबिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता है.

कई नेताओं ने जताया शोक
अफ्रीकी देशों के विभिन्न नेताओं ने रविवार को गेनगॉब के निधन पर शोक जताया. जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनावा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि गेनगॉब के नेतृत्व को याद किया जाएगा. पड़ोसी देश और नामीबिया के सबसे बड़े व्यापार साझेदार दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने उन्हें हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में करीबी साझेदार और नामीबिया की औपनिवेशवाद और रंगभेद से मुक्ति का एक अनुभवी नेता बताया. केन्या के प्रधानमंत्री विलियम रुतो ने कहा कि गेनगॉब एक प्रतिष्ठित नेता थे जिन्होंने ध्यान और समर्पण से नामीबिया के लोगों की सेवा की. नामीबिया में नया नेता चुनने के लिए नवंबर में चुनाव होने की संभावना है.

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