LoC पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्‍तानी सेना के 7 जवान मारे गए
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LoC पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्‍तानी सेना के 7 जवान मारे गए

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लक्षित हमले (सर्जिकल स्‍ट्राइक) के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक की ओर से निरंतर गोलीबारी की जा रही है। वहीं, भारतीय सेना भी पाक सेना की ओर से की जा रही गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।

फाइल फोटो

नई दिल्‍ली : पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लक्षित हमले (सर्जिकल स्‍ट्राइक) के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक की ओर से निरंतर गोलीबारी की जा रही है। वहीं, भारतीय सेना भी पाक सेना की ओर से की जा रही गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
 
अब पाक मीडिया के हवाले से यह खबर आ रही है कि पाकिस्‍तानी सेना के सात सैनिक मारे गए हैं। पाक एजेंसी आईएसपीआर के हवाले से यह खबर आई है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा है कि भारत ने सीजफायर उल्‍लंघन करते हुए सीमा पार फायरिंग की जिसमें पाक के सात सैनिक मारे गए हैं। जानकारी के अनुसार, नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाक सेना के जवान मारे गए हैं। भीमबेर सेक्‍टर में जवाबी कार्रवाई में पाक सेना के सात सैनिक ढेर किए गए हैं।

इससे पहले, उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर किए गए संघर्ष विराम के उल्लंघन में बीते दिनों सेना का एक जवान शहीद हो गया। केरन सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इस घटना में सेना का जवान हर्शिद बदार्या की जान चली गई।

बता दें कि पाकिस्तान सर्जिकल स्‍ट्राइक के बाद से 286 बार गोलीबारी कर चुका है। इन हमलों में 14 सुरक्षाकर्मियों समेत 26 लोगों की जान चली गई।

पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से जम्मू में 190 किलोमीटर से भी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 186 बार संघर्ष विराम उल्लंघन और 500 किलोमीटर से भी लंबी नियंत्रण रेखा पर 104 बार संघर्ष विराम उल्लंघन हो चुका है।

लक्षित हमले के बाद से कठुआ, सांबा और जम्मू जिलों में नागरिक क्षेत्रों एवं बीओपी को निशाना बनाते हुए पाक रेंजर्स ने 182 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया। 120 बार मोर्टार बम दागे और स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की जिससे कई नागारिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान चली गयी तथा महिलाओं एवं बच्चों समेत कई घायल हो गए। मवेशी भी मारे गए और मकानों को भी बड़ा नुकसान पहुंचा। गोलीबारी एवं गोलाबारी के चलते बड़ी संख्या में लोगों को अपना घर-बार छोड़ना पड़ा, फसलों की कटाई रुक गयी, शादी-ब्याह पर बड़ा बुरा असर पड़ा। भारत और पाकिस्तान ने 2003 में जम्मू कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी नहीं करने संबंधी संधि की थी।

सबसे भयंकर पाकिस्तानी गोलीबारी एक नवंबर को नागरिक क्षेत्रों पर हुई जब जम्मू कश्मीर के पांच सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा पर दो बच्चों एवं चार महिलाओं समेत आठ व्यक्तियों की जान चली गयी और 22 अन्य घायल हो गए। भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और 14 पाकिस्तानी चौकियां ध्वस्त कर दीं एवं दो प्रहरी मारे गए।

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