कोरोना संकट (Coronavirus) के बीच में आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hospital) पर कोरोना वायरस की गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है.
Trending Photos
नई दिल्ली: कोरोना संकट (Coronavirus) के बीच में आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hospital) पर कोरोना वायरस की गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगाया है. आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक राघव चड्ढा (Raghav Chadha) का कहना है कि अस्पताल ने गलत कोरोना टेस्ट (Coronavirus) रिपोर्ट देने के साथ ही कोरोना टेस्ट के परिणामों में भी देरी की है.
राघव चड्ढा ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार और जांच की गुणवत्ता सुनिश्चित रखने के लिए दिल्ली सरकार अस्पतालों की ओर से जांचे गए कुछ नमूनों का दोबारा टेस्ट कराती है. उसी कड़ी में आरएमएल अस्पताल में जांच किए गए कुछ नमूनों की दोबारा जांच कराई गई है. अस्पताल से 30 नमूने लिए गए थे. इसकी जांच अस्पताल कर चुका था और रिपोर्ट में सभी को कोरोना पॉजिटिव बताया था. हालांकि दिल्ली सरकार ने उसकी दोबारा जांच कराई, तो उसमें से 12 सैंपल निगेटिव निकले हैं.
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि दो सैंपलों में कोई नतीजा नहीं निकला. जबकि अस्पताल ने एक दिन पहले ही अपनी रिपोर्ट में पॉजिटिव बताया था. दिल्ली सरकार को आरएमएल की टेस्टिंग में 45 प्रतिशत रिपोर्ट गलत मिली हैं. यह बेहद चौंकाने वाली बात है.
ये भी पढ़ें: Good News: देश में तेजी से ठीक हो रहे कोरोना मरीज, इतने प्रतिशत पहुंचा रिकवरी रेट
उन्होंने कहा कि आरएमएल अस्पताल ने परीक्षण के 48 घंटे के भीतर कोविड-19 टेस्टिंग डेटा जमा करने पर दिल्ली सरकार, केंद्र और दिल्ली हाई कोर्ट के मानदंडों का उल्लंघन किया है.
राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और दिल्ली हाई कोर्ट ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि कोविड-19 जांच की रिपोर्ट अगले 48 घंटे के भीतर हर हाल में देनी है. कोशिश की जानी चाहिए कि रिपोर्ट 24 घंटे में ही दे दी जाए.
विधायक ने RML अस्पताल पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि अस्पताल ने इन प्रोटोकॉल का पूरी तरह से उल्लंघन किया है. राघव चढ्ढा का आरोप है कि आईसीएमआर (ICMR) के डेटा के अनुसार, आरएमएल अस्पताल जांच रिपोर्ट कभी 72 घंटे, कभी 6 दिन या 7 दिन या 10 दिन और कभी 31 दिनों के बाद रिपोर्ट दे रहा है. जिन लोगों को तीन दिन बाद रिपोर्ट मिली, उनकी संख्या 281 है. इसी तरह चार दिन बाद 210 लोगों, एक सप्ताह बाद 50 लोगों और 4 लोगों को 9 दिनों के बाद रिपोर्ट मिली. यहां तक कि कुछ लोगों को 31 दिनों के बाद रिपोर्ट मिली है.
राघव चड्ढा ने कहा कि अस्पताल की लापरवाही के कारण कोरोना वायरस और फैल सकता है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से मैं दिल्ली सरकार से आरएमएल अस्पताल के खिलाफ, 45 प्रतिशत गलत कोविड-19 जांच रिपोर्ट देने और 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सरकारी नियमों का उल्लंघन करने के लिए कड़े कदम उठाने का अनुरोध करता हूं.