Amarnath Yatra: कठुआ आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की कड़ी निगरानी, चप्पे-चप्पे पर बढ़ी सुरक्षा
Advertisement
trendingNow12330607

Amarnath Yatra: कठुआ आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की कड़ी निगरानी, चप्पे-चप्पे पर बढ़ी सुरक्षा

Amarnath Yatra: पवित्र अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सैकड़ों सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चप्पे-चप्पे की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

Amarnath Yatra: कठुआ आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा की कड़ी निगरानी, चप्पे-चप्पे पर बढ़ी सुरक्षा

Amarnath Yatra: पवित्र अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सैकड़ों सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चप्पे-चप्पे की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. श्रीनगर-बालटाल और काजीगुंड-पहलगाम मार्गों पर भी सुरक्षाबलों की टीमें तैनात हैं. तीर्थयात्रियों को रियल टाइम ट्रैकिंग के लिए आरएफआईडी कार्ड जारी किए जाते हैं और आगे की सुरक्षा के लिए 5 लाख रुपये का बीमा कवर भी प्रदान किया  गया है.

हमले के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), बीएसएफ, सेना, आईटीबीपी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जम्मू से पवित्र गुफा तक के मार्गों, शिविरों और राजमार्गों पर अलर्ट किया गया है क्योंकि खुफिया जानकारी मिली है कि आतंकवादी वार्षिक श्री अमरनाथ तीर्थयात्रा को निशाना बना सकते हैं. इसके अलावा हाईटेक गैजेट भी लगाए गए हैं जिनमें सीसीटीवी, पीटीजेड कैमरा, हेक्साकोप्टर, ड्रोन और खोजी कुत्ते शामिल हैं.

विजय कुमार बिधूड़ी डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर ने कहा, "स्थिति पर विचार करते हुए सुरक्षा व्यवस्था, हमें भी इनपुट मिलते हैं, तदनुसार सुरक्षाबल स्थिति का विश्लेषण करते हैं और सुरक्षा की योजना बनाई जाती है. सुरक्षाबलों द्वारा सुरक्षा को गतिशील स्तर पर रखा गया है, सभी अच्छी तरह से समन्वयित होते हैं और यह काम के रूप में नहीं बल्कि सेवा के रूप में किया जाता है"

तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. ये उपाय जम्मू कश्मीर में 9 जून से हुए कई आतंकवादी हमलों और मुठभेड़ों के बाद किए गए हैं, रियासी, कठुआ और डोडा में चार स्थानों पर आतंकवादी हमले हुए हैं जिसमें नौ तीर्थयात्री और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान मारा गया कश्मीर में कम से कम 4 मुठभेड़ हुई और करीब 12 आतंकवादी मारे गए.

सुरक्षा में लगे सुरक्षाबलों की ताकत बढ़ाने के लिए सेना के एलीट पैरा कमांडो को क्षेत्र के सबसे संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है. जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर किसी भी आतंकवादी हमले को रोकने के लिए, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को रियासी, उधमपुर और रामबन जिलों में राजमार्ग पर पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया है.

विजय कुमार बिधूड़ी डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर ने कहा, "अब तक 2.30 लाख तीर्थयात्री पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं, जो अमरनाथ यात्रा के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक संख्या है. ट्रैक को चौड़ा किया गया है और दोनों तरफ अच्छा बनाया गया है, लोगों को इस साल कोई शिकायत नहीं है सभी विभाग बहुत अच्छी तरह से समन्वय कर रहे हैं."

वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा ने एक नया इतिहास रच दिया. प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के लुप्त होने के बावजूद बाबा के भक्तों की भक्ति और आस्था में कोई कमी नहीं आई है. 52 दिवसीय तीर्थयात्रा रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर 19 अगस्त को समाप्त होगी. पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन किए थे.

Trending news