5 राज्यों में रैलियों और चुनावी सभाओं पर लगा प्रतिबंध जारी रहेगा? इसको लेकर आज चुनाव आयोग की बैठक होने वाली है. बैठक में तय होगा कि यह प्रतिबंध जारी रहेगा या नहीं?
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नई दिल्ली: चुनाव आयोग (Election Commission) आज होने वाली अहम बैठक में यह निर्णय लेगा कि कोरोना महामारी के चलते पांच चुनावी राज्यों में रैलियों-रोड शो और नुक्कड़ सभाओं पर लगे प्रतिबंध को 15 जनवरी से आगे बढ़ाया जाए या नहीं? माना जा रहा है कि यह रोक फिलहाल आगे भी जारी रह सकती है. केंद्रीय चुनाव आयोग (Central Election Commission) आज रैलियों और जनसभाओं पर लगी रोक को लेकर अपना आदेश जारी कर सकता है.
15 जनवरी तक सार्वजनिक रैलियों, रोड शो पर लगाया था प्रतिबंध
बता दें कि चुनाव आयोग ने आठ जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए बढ़ते संक्रमण के चलते 15 जनवरी तक सार्वजनिक रैलियों, रोड शो और नुक्कड़ सभाओं पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कदम उठाया था. इस दौरान सार्वजनिक सड़कों और चौराहों पर नुक्कड़ सभा करने पर रोक लगाई गई थी. हालांकि, सीमित संख्या में लोगों के घर-घर जाकर प्रचार करने की अनुमति दी गई थी.
10 फरवरी से शुरू होंगे विधान सभा चुनाव
आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करते हुए डिजिटल माध्यम से प्रचार करने के लिए कहा था. साथ ही कहा था कि सरकारी प्रसारक दूरदर्शन के माध्यम से चुनाव प्रचार के लिए राजनीतिक दलों को मिलने वाले समय को दोगुना किया जाएगा. बता दें कि पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव 10 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेंगे और मतगणना 10 मार्च को होगी.
सीएम योगी पर अखिलेश का तंज
उधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर शहर सीट से सीएम योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने पर तंज कसा है. अखिलेश यादव ने कहा कि वो कभी कहते थे अयोध्या से लड़ेंगे, मथुरा से लड़ेंगे, किसी ने 11 मार्च का उनका टिकट करा दिया था. अब वो गोरखपुर से ही चुनाव लड़ रहे हैं तो उन्हें वापस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अच्छा है वो पहले से ही गोरखपुर चले गए हैं.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि सीएम योगी अपने जिले गोरखपुर में मेट्रो नहीं चला पाए. वहां सीवर लाइन नहीं बिछा पाए. गोरखपुर के युवाओं ने पुलिस की लाठी खाई. जनता उन्हें सबक सिखाएगी. बीजेपी ने पहले ही सीएम योगी को उनके घर भेज दिया है.