Begusarai Double Murder: पत्नी से खुन्नस थी तो पति ने अपने दोनों बेटों को मौत के घाट उतार दिया. दुनिया में इससे अभागा बाप कोई और हो सकता है क्या? दोनों बच्चों की हत्या के बाद से उनकी मां खुशबू देवी बदहवास हो गई हैं. पति हत्यारा बन गया और बेटों की हत्या हो गई.
Trending Photos
Begusarai News: वाकई नाम में क्या रखा है. नाम तो इसका भी सिकंदर है, लेकिन यह अपने ही 2 बच्चों का कातिल निकला. एक सिकंदर वो था, जिसका नाम धरती के रहने तक अमर रहेगा और एक ये सिकंदर है जो अब अपने ही 4 और 6 साल के दो बेटों क्रमश: हर्ष कुमार और हिमांशु कुमार को मारने के जुर्म में सलाखों के पीछे अपने जिंदगी बिताएगा. अब आप ही सोचिए, क्या कोई इतना अभागा हो सकता है कि अपने ही बेटों को मौत के घाट उतार दे. कारण भी जान लीजिए. दरअसल, सिकंदर का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था और मामला पुलिस और अदालत में भी गया था. बेटों को मारने की वारदात पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है. बेगूसराय पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों बच्चों की लाश घर के पीछे पानी भरे गड्ढे से मिला है.
READ ALSO: छोटे भाई ने की लव मैरिज, बड़े भाई को भुगतनी पड़ी सजा
जानकारी के अनुसार, बेगूसराय के लाखो थानाक्षेत्र के अयोध्यावारी इलाके के रहने वाले सिकंदर यादव और उसकी पत्नी खुशबू देवी के बीच 9 साल से विवाद चल रहा था. इस वजह से दोनों के बीच कई बार हिंसक झड़पें भी हुई थीं. मामला कोर्ट में भी गया. कोर्ट के आदेश के बाद पति और पत्नी बच्चों के साथ रहने लगे. फिर भी लड़ाई झगड़ा चलता रहा. परिजनों का कहना है कि हिमांशु और हर्ष बुधवार से ही लापता थे.
मां खुशबू देवी ने लाखो थाने में बच्चों के लापता होने की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस उनकी खोजबीन में लगी थी. इसी खोजबीन में दोनों बच्चों का शव अयोध्यावारी स्कूल के पीछे पानी भरे गड्ढे में मिला. शव की सूचना मिलते ही सिकंदर यादव वहां से भाग निकला. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
READ ALSO: कौन है शशांक पांडेय, जिसका बाबा सिद्दकी हत्याकांड में आया नाम, लॉरेंस गैंग से रिश्ता
सदर हेडक्वार्टर डीएसपी रमेश प्रसाद सिंह ने बताया, बच्चों की मां खुशबू देवी ने अपने पति पर ही हत्या का आरोप लगाया है. इस मामले में आरोपी सिकंदर यादव के पिता को पकड़ा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
Report: जितेंद्र चौधरी