बारिश न होने पर बांका के किसानों की मुसीबतें बढ़ी, फसल बर्बाद होने का खतरा बढ़ा
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बारिश न होने पर बांका के किसानों की मुसीबतें बढ़ी, फसल बर्बाद होने का खतरा बढ़ा

Banka: बिहार में मानसून की एंट्री के बाद भी अच्छी बारिश नहीं हुई है. जिसके कारण फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. जिसमें से सबसे ज्यादा फुल्लीडुमर प्रखंड के किसान परेशान हैं. किसानों को अपनी फसलें बर्बाद होने का डर बना हुआ है. 

 

(फाइल फोटो)

Banka: बिहार में मानसून की एंट्री के बाद भी अच्छी बारिश नहीं हुई है. जिसके कारण फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. बिहार के ज्यादा तर जिलों के लगभग सभी प्रखंड़ों में बारिश न होने के कारण किसानों का बुरा हाल बना हुआ है. जिसमें से सबसे ज्यादा फुल्लीडुमर प्रखंड के किसान परेशान हैं. यह इलाका पहाड़ी है जिसके कारण यहां पर बोरिंग का काम होना संभव नहीं है. जिसके चलते यहां के किसानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 

किसानों को फसल बर्बाद होने का डर
दरअसल, सरकार के द्वारा 25 साल पहले बिलासी डैम का निर्माण अरबों की लागत से किया गया था, साथ ही तीन नहरों का भी निर्माण किया गया था. नहर के निर्माण से किसानों को फायदा पहुंचाना था.लेकिन दस सालों के बाद भी बिलासी डैम के जीरो चैन से माता थान जाने वाली नहर एवं उत्तरी कोझी राजडार के पास नहर की स्थिति बदत्तर हो चुकी है. पूरी नहर में झाड़ी, मिट्टी और बड़े बड़े पेड़ पौधे लगे हुए हैं. इसको लेकर सरकार को कोई ध्यान नहीं है और न ही जिला प्रशासन इसको लेकर कोई कदम उठा रहा है. इस स्थिति में किसानों की हालात बेहद खराब है. वहीं बारिश न होने के कारण किसानों को अपनी फसलें बर्बाद होने का भी ड़र बना हुआ है. 

नहर की हालत हुई बदत्तर
बांका के फुल्लीडुमर प्रखंड क्षेत्र के किसान इस समय बेहद निराश एवं हताश हैं. सिंचाई नहीं हो पाने के कारण धान की खेती सुख रही है. जिसके कारण किसान बेहद परेशान हैं. इलाके के लगभग सभी किसान अपनी फसलों को लेकर बेहद चिंता में हैं. जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में करीब 5708 हेक्टेयर में खरीफ फसलें की जाती है. जिसके लिए 571 हेक्टेयर में नर्सरी तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था. वहीं 80 प्रतिशन में नर्सरी तैयार की जा चुकी है. जो की बर्बाद होने की कगार पर है. क्षेत्र के किसानों का कहना है कि बिलासी डैम के जीरो चैन से माता थान जाने वाली नहर और उत्तरी कोझी राजडार के पास स्थित नहर के हालात बद से बदत्तर हो चुके हैं. जहां पर पानी जमा नहीं होता है. कई सालों से इसका यही हाल बना हुआ है. 

प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
विभागीय प्रशासन जानकारी मिलने के बाद भी कोई कदम नहीं उठा रही है. वहीं इलाके के किसानों का कहना है कि सरकार के द्वारा अकाल से निपटने के लिए किसी भी प्रकार के निर्देश नहीं दिए गए हैं और न ही नहर की साफ-सफाई को लेकर कोई आदेश जारी किया गया है. 

किसानों की बढ़ी चिंता
एक ओर किसान इन हालातों के कारण बेहद परेशान है. वहीं बांका के फुल्लीडुमर प्रखंड के बिलासी डैम में पानी भरा होने के साथ साथ नहरों में मिट्टी झाड़ी और पेड़ पौधे हैं जिसके कारण किसानों के खेतों में पानी नहीं जा रहा है. जिसके कारण किसानों की फसलें लगातार बर्बार हो रही हैं.

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