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Banka: श्रावणी मेला अगले दस दिनों में शुरू होने वाला है. इसकी शुरूआत 14 जुलाई से होने वाली है. वहीं, इसको लेकर बांका जिला प्रशासन लगातार तैयारियों में लगा हुआ है. बांका जिले में पड़ने वाली 55 किलोमीटर कांवरिया पथ को अंतिम रूप देने के लिए काम चल रहा है. 55 किलोमीटर तीन प्रखंडों में पड़ता है, बेलहर, कटोरिया और चांदन प्रखंड में सभी सीओ, बीडीओ ऑफिसर कांवरिया पथ का प्रतिदिन दौरा कर रहे हैं और सभी तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं.
कांवरिया पथ को किया जा रहा तैयार
बिहार सरकार के निर्देश पर बांका जिला प्रशासन. कांवरिया पथ को सुगम बनाने के लिए रात दिन कार्य चल रहा है. भागलपुर आयुक्त एवं बांका डीएम बराबर कांवरिया पथ का निरीक्षण कर रहे हैं. कच्ची कांवरिया पथ को बनाने के लिए महीन बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है. धर्मशाला का रंगरोगन, शौचालय व पेयजल का भी काम किया जा रहा है. जिसे हर हाल में मेले की शुरूआत से पहले पूरा किया जाना है. जिले के सभी बड़े छोटे अधिकारी कांवरिया पथ की तैयारी में लगे हुए हैं.
वहीं, सुलतानगंज से बाबाधाम की दूरी 108 किलोमीटर है. लाखों की संख्या में शिवभक्त पैदल चलकर बाबा भोले को जलाभिषेक करते हैं. हालांकि बांका जिले में पड़ने वाला कांवरिया पथ लगभग 55 किलोमीटर है जो धौरी से दुम्मा तक है. इन 55 किलोमीटर कांवरिया पथ को तैयार किया जा रहा है. कांवरिया पथ पर लोग दुकाने भी तैयार कर रहे हैं.
500 बेड कांवरियों के लिए तैयार
हालांकि बांका के अवरखा में टेन्ट सिटी तैयार की जा रही है. जहां 500 बेड कांवरियों के ठहरने के लिए तैयार किए जा रहे हैं. एलईडी टीवी की भी सुविधा रहेगी. इसके अलावा संकृतिक कार्यक्रम के लिए मंच भी तैयार किया जा रहा है. ताकि पैदल चलकर आये कांवरियों का मनोरंजन हो सके.
श्रावणी मेला 2022 की तैयारी में बिहार सरकार काफी समय से जुटी हुई है. कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लगातार दो साल से यह मेला स्थगित हो रहा था. लेकिन इस बार सरकार व जिला प्रशासन पुरजोर तरीके से इसे सफल बनाने की तैयारी में लगी हुई हैं. हालांकि कांवरियों के चलने की शुरूआत हो चुकी है.
सभी सुविधाओं का रखा जाएगा ध्यान
बांका डीएम अंशुल कुमार ने बताया 2 साल से श्रावणी मेला बंद था. इस बार काफी भीड़ होने की संभावनाएं बनी हुई हैं. बांका जिला प्रशासन कांवरियों की हर सुख सुविधाएं देने की तैयारी कर रही है ताकि शिव भक्त श्रद्धालु को कोई परेशानी ना हो. इसके अलावा सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. बांका जिला प्रशासन द्वारा श्रावणी मेला ऐप भी लॉच किया जा रहा है. ताकि कांवरियों को सभी प्रकार की जानकारी मिल सके. इस ऐप के जरिए लोग देश के किसी भी कोने से जानकारी हासिल कर सकते हैं. साथ ही मेला शुरू होने से पहले कार्यो में तेजी लाने एवं सुल्तानगंज से झारखंड के बॉर्डर दुम्मा मोड़ तक कांवरिया कच्ची पथ में चिकनाहट बालू डाला जा रहा है, ताकि कांवरियों को कोई असुविधा ना हो. कांवरियों की सुविधा के लिए कच्ची कांवरिया पथ को दुरुस्त रखने के लिए बिजली, पानी, स्वच्छता धर्मशाला इत्यादि मेला शुरू होने से पहले सभी चीजों को तैयार कर दिया जाएगा.
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