नगर निगम की जमीन पर शुरू हुआ भामाशाह भोजन केंद्र, 15 रुपये में भरपेट खाना
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नगर निगम की जमीन पर शुरू हुआ भामाशाह भोजन केंद्र, 15 रुपये में भरपेट खाना

भामाशाह फाउंडेशन बेहद कम पैसे में अच्छा खाना देने की कवायद कर रहा है. कोशिश है कि जरूरतमंद, मजदूर और छात्र भामाशाह भोजन केंद्र पहुंचकर शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण खाना खाएं.

 

नगर निगम की जमीन पर शुरू हुआ भामाशाह भोजन केंद्र.

Patna: जिले के छात्र-छात्राओं, कामगारों और कम पूंजी के लोगों को अब पेट भरने की चिंता नहीं सताएगी. पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) की मदद से भामाशाह फाउंडेशन ने एक नई पहल की है. फाउंडेशन सस्ती दरों पर (सिर्फ 15 रुपये) जरूरतमंद लोगों के लिए खाना उपलब्ध कराने की शुरुआत की है. इसके लिए गांधी मैदान से सटे करगिल चौक के पास भामाशाह भोजन केंद्र खोला गया है. इस भोजन केंद्र पर सस्ती दरों के साथ वेज और नॉनवेज खाना उपलब्ध कराया जाएगा.

  1. गायघाट में ऐसे ही भोजन सेवा केंद्र की शुरुआत की जा चुकी है
  2. 15 रुपये में वेज और 40 रुपये में नॉन वेजिटेरियन खाना

दिन के अनुसार तय किया खाने का मेन्यू
जानकारी के मुताबिक, भामाशाह फाउंडेशन बेहद कम पैसे में अच्छा खाना देने की कवायद कर रहा है. कोशिश है कि जरूरतमंद, मजदूर और छात्र भामाशाह भोजन केंद्र पहुंचकर शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण खाना खाएं. अगर किसी को इस केंद्र भोजन का लाभ लेना है तो वह सुबह 8 बजे से रात तक कभी भी यहां पहुंच सकता है. फाउंडेशन ने दिन के अनुसार सोमवार से रविवार तक के खाने की सूची भी बनाई है.  पिछले साल भी पटना सिटी के गायघाट में ऐसे ही भोजन सेवा केंद्र की शुरुआत की जा चुकी है.

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इस भोजन सेवा केंद्र के लिए नगर निगम ने जमीन उपलब्ध कराई है
पटना नगर निगम और भामाशाह फाउंडेशन में एक समझौता हुआ है जिसके मुताबिक, नगर निगम ने केंद्र खोले जाने के लिए जमीन उपलब्ध कराई है. यहां वेज के साथ नॉनवेज के शौकीन भी पहुंच सकते हैं. मी 40 रुपए में नॉनवेज थाली भी यहां मौजूद रहती है. पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू के मुताबिक, 20 और दूसरी जगहों पर भी नगर निगम जमीनें उपलब्ध कराएगा ताकि सस्ती दरों पर खाना देने के लिए ऐसी कैंटीन खुल सकें. 

राजधानी पटना में बिहार और दूसरे राज्यों से लोग पहुंचते हैं. इसके अलावा यहां प्रतियोगी छात्र भी काफी संख्या में रहते हैं. लिहाजा इनके लिए हॉस्टल या मेस में खाना काफी खर्चीला होता है. ऐसे में पटना नगर निगम और भामाशाह फांउडेशन की ये पहल ऐसे तबकों के लिए काफी बेहतरीन साबित होगी.

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