CM kanya utthan yojana: घर बैठे कर लें ये काम, बिटिया को सरकार देगी 60 हजार रुपये
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CM kanya utthan yojana: घर बैठे कर लें ये काम, बिटिया को सरकार देगी 60 हजार रुपये

kanya utthan yojana: जानकारी के मुताबिक, बेटियों के माता पिता मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा. इस योजना के तहत ई कल्याण पोर्टल पर जाकर जन्म से दो साल तक की बेटियों को लाभ दिलाने के लिए आवेदन भरे जाएंगे.

CM kanya utthan yojana: घर बैठे कर लें ये काम, बिटिया को सरकार देगी 60 हजार रुपये

पटनाः kanya utthan yojana: अपनी बेटियों का भविष्य संवारना अभिभावकों के लिए और आसान होगा. मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए आवेदन अब घर बैठे ही किया जा सकता है. इसके लिए कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे.

  1. आवेदनों का सेविकाएं सत्यापन करेंगी
  2. इसके बाद ही लाभुकों को राशि दी जाएगी. 

ऐसे भरे जाएंगे आवेदन
जानकारी के मुताबिक, बेटियों के माता पिता मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा. इस योजना के तहत ई कल्याण पोर्टल पर जाकर जन्म से दो साल तक की बेटियों को लाभ दिलाने के लिए आवेदन भरे जाएंगे.

आवेदन में पूछे गई तमाम बातों की जानकारी देनी होगी, साथ ही संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र व सेविका का नाम देने के साथ बेटी का जन्म प्रमाण पत्र व मां के साथ बच्ची की तस्वीर भी अपलोड करनी होगी. इसके बाद अभिभावकों को योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.

माता-पिता खुद ही कर सकेंगे आवेदन
गोपालगंज में ICDS में बतौर डीपीओ तैनात अफसर की ओर से बताया गया कि पहले आनलाइन आवेदन को अपलोड कर अभिभावक सेविका के माध्यम से आवेदन भरते थे. हाल में नई व्यवस्था के तहत कोरोना संक्रमण के कारण अब बच्ची के पैरेंट्स स्वयं आवेदन कर सकेंगे.

आवेदनों का सेविकाएं सत्यापन करेंगी. इसके बाद ही लाभुकों को राशि दी जाएगी. यह लाभ एक परिवार में दो कन्याओं के जन्म तक ही दिया जाता है. पहली बार दो हजार रुपये और उसके बाद आधार जमा करने पर एक हजार रुपये दिए जाते हैं.

कन्या जन्म दर को बढ़ाना है योजना का मकसद
समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के आनलाइन आवेदन कर सकते हैं. मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, लड़कियों का जन्म निबंधन व संपूर्ण टीकाकरण, लिंग अनुपात में वृद्धि, शिशु मृत्यु दर में कमी, बालिका शिक्षा को बढ़ावा, बाल विवाह पर अंकुश, प्रजनन दर में कमी, आत्मनिर्भर बनाना, सम्मानपूर्वक जीवन यापन, परिवार समाज में लड़कियों के आर्थिक योगदान बढ़ाना है.

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