सुशील मोदी ने शायराना अंदाज में आरजेडी (RJD) पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'जो लोग शराबबंदी को विफल बताते हुए सवाल पूछ रहे हैं, उन्हें अपने दौर की अराजकता, गरीबी, अपहरण, पलायन और नरसंहारों पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. आईना शौक से जब भी उठाया करो, पहले खुद देखो, फिर दूसरों को दिखाया करो'
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Patna: बीजेपी (BJP) के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को चैलेंज करते हुए कहा, 'लालू प्रसाद में यदि हिम्मत हो तो घोषणा करें कि उनकी पार्टी अगला चुनाव शराबबंदी के मुद्दे पर लड़ेगी और अगर गलती से सत्ता मिल ही गई, तो पहली घोषणा पूर्ण मद्य निषेध को खत्म करने की होगी.'
सुशील मोदी ने साधा RJD पर निशाना
दरअसल, सुशील मोदी ने शायराना अंदाज में आरजेडी (RJD) पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'जो लोग शराबबंदी को विफल बताते हुए सवाल पूछ रहे हैं, उन्हें अपने दौर की अराजकता, गरीबी, अपहरण, पलायन और नरसंहारों पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. आईना शौक से जब भी उठाया करो, पहले खुद देखो, फिर दूसरों को दिखाया करो'
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शराबबंदी कानून रद्द करने की मांग पर पलटवार
सुशील मोदी ने शराबबंदी कानून को रद्द करने की मांग को लेकर पलटवार करते हुए कहा, 'जिन राज्यों में शराबबंदी नहीं है, वहां भी जहरीली शराब से मौत की दुखद घटनाएं हुई हैं. आरजेडी बताए कि यदि हत्या, बलात्कार, अपहरण के विरुद्ध कड़े कानून के बाद भी ये अपराध बंद नहीं हुए, तो क्या ऐसे कानून भी रद्द कर दिए जाने चाहिए? राज्य सरकार कानून रद्द करने में नहीं, बल्कि उसे जनहित में बेहतर तरीके से लागू कराने में विश्वास रखती है. शराबबंदी और अन्य कानूनों के क्रियान्वयन की लगातार समीक्षा से सरकार का पीपुल कनेक्ट बेहतर हुआ है.'
इसी ट्वीट में सुशील कुमार मोदी ने बिहार में एनडीए (NDA) सरकार की चौथी पारी के एक साल पूरे होने पर सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनके सहयोगी मंत्रियों को बधाई भी दी.
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शराब पीने से तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत
गौरतलब है कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है. पिछले एक पखवारे में गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण और समस्तीपुर जिले में कथित तौर पर शराब पीने से तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है. पुलिस अब हालांकि ताबडतोड छापेमारी कर रही है.
'पीयोगे तो मरोगे'
वहीं, इसे लेकर राज्य के सीएम ने मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक की. हालांकि, इस बैठक से पहले ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि सरकार शराबबंदी कानून को किसी भी हाल में वापस नहीं लेने वाली है. उन्होंने कहा, 'पीयोगे तो मरोगे' को प्रचारित करने की जरूरत है.