मध्याह्न भोजन नहीं मिलने से नाराज छात्र, स्कूल से बाहर सड़क पर उतरे, लगाया जाम
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मध्याह्न भोजन नहीं मिलने से नाराज छात्र, स्कूल से बाहर सड़क पर उतरे, लगाया जाम

बेगूसराय में मध्य विद्यालय में कई दिनों से मध्याह्न भोजन बंद होने से नाराज छात्रों ने एसएच 55 जाम कर दिया, जाम के दौरान छात्रों ने एसएच पर जमकर हंगामा किया.

मध्याह्न भोजन नहीं मिलने से नाराज छात्र, स्कूल से बाहर सड़क पर उतरे, लगाया जाम

बेगूसराय : बेगूसराय में मध्य विद्यालय में कई दिनों से मध्याह्न भोजन बंद होने से नाराज छात्रों ने एसएच 55 जाम कर दिया, जाम के दौरान छात्रों ने एसएच पर जमकर हंगामा किया. घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय किल्ली पहाड़पुर गांव की है.  

नाराज छात्र-छात्राओं ने जाम किया सड़क 
बता दें कि स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं मिलने से नाराज छात्र-छात्राओं ने बेगूसराय रोसरा एसएच 55 को पहाड़पुर मोहनपुर गांव के बीच जाम कर दिया. स्कूल ड्रेस में काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे. इन गुस्साए छात्रों ने सड़क पर पुलिस बैरिकेडिंग लगाकर इसे जाम कर दिया और विद्यालय प्रबंधन एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे. 

मध्याह्न भोजन नहीं मिलने से नाराज छात्र-छात्राओं ने किया जाम 
छात्रों का आरोप है कि विद्यालय के प्रधान बिना चार्ज दिए चले गए हैं. जिसके बाद से मध्याह्न भोजन लगातार बंद है. बच्चों की शिकायत के बावजूद स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है. इसी से नाराज होकर आज सड़क को जाम किया गया है. कहा यह भी जा रहा है कि मध्याह्न भोजन की राशि एच एम के द्वारा निकाली गई थी और चार्ज भी नहीं दी गई. इसी वजह से स्कूल में मध्याह्न भोजन बंद है. जाम की वजह से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. जाम की सूचना पर मुफस्सिल थाना पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच छात्रों को समझाने लगे. काफी मशक्कत के बाद सड़क से जाम को हटाया जा सका. 

छात्रों को समझा-बुझाकर मामला कराया गया शांत 
इस मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक शर्मिला राय ने बताया कि प्रधानाचार्य मेडिकल के प्रभार में हैं. कुछ गांव के लोग दबंगता दिखा रहे हैं. वहां के लोगों का कहना है कि स्कूल पर आकर प्रधानाचार्य प्रभार लें. अब जो अवकाश में है वह स्कूल पर आकर किस तरह प्रभार देंगे. हमने बीओ को स्कूल भेजा था. समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया है.  प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ स्कूल के शिक्षकों को बुलाकर बात कर रहे हैं ताकि मध्याह्न भोजन सुचारू रूप से शुरू हो सके. जिला शिक्षा अधीक्षक अपना जो भी तर्क दे लेकिन शिक्षा के मंदिर में इस तरह की तस्वीर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है. 

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