बेगूसराय में एक निजी शिक्षण संस्थान के संचालक की दबंगई का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक सरकारी विद्यालय में घुसकर हेडमास्टर की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान विद्यालय में अफरा तफरी का माहौल बन गया. इस मारपीट में शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए.
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Begusarai: बिहार के बेगूसराय में एक निजी शिक्षण संस्थान के संचालक की दबंगई का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक सरकारी विद्यालय में घुसकर हेडमास्टर की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान विद्यालय में अफरा तफरी का माहौल बन गया. इस मारपीट में शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं, मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी.
इलाज के लिए अस्पताल में कराया भर्ती
दरअसल, यह मामला सदर प्रखंड अंतर्गत जिले के नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के वनद्वार गांव स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय का है. यहां पर एक निजी संस्थान के संचालक ने सरकारी स्कूल के हेडमास्टर की जमकर पिटाई कर दी. जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल शिक्षक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रजौरा गांव के रहने वाले प्रधानाध्यापक राज कुमार गांधी हैं. इस घटना के दौरान पूरे स्कूल में अफरा तफरी का माहौल बना रहा. वहीं, घायल प्रधानाध्यापक को आनन फानन में घरवालों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
रजिस्ट्रेशन के पैसे लेकर फरार
वहीं, घटना के बाद पीड़ित प्रधानाध्यापक ने नीमा चांदपुरा में थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने निजी शिक्षण संस्थान के संचालक समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. उन्होंने बताया कि निजी संचालक अवैध रूप से 12वीं के छात्रों का जबरन रजिस्ट्रेशन और फर्जी सिग्नेचर करवाना चाह रहे थे. जो कि जिले से बाहर रहते हैं. जिसको लेकर प्रधानाध्यापक ने इंकार कर दिया. जिसके बाद विद्यालय के कार्यालय में घुसकर मारपीट की और गंभीर रूप से घायल कर दिया. इसके अलावा इंटर के छात्रों के रजिस्ट्रेशन के रखे हुए पैसे, जो कि लगभग 76 हजार थे. उसे लेकर फरार हो गए.
दबंगों ने की स्कूल को बंद कराने की कोशिश
उन्होंने आरोप लगाया है कि इससे पहले भी इस तरह की घटना को विद्यालय में अंजाम दिया गया था. जिसके बाद सामाजिक स्तर पर सुलह कर ली गई थी. जख्मी शिक्षक ने बताया कि काफी मेहनत और प्रोत्साहन के बाद विद्यालय में छात्रों की संख्या बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि पहले इस विद्यालय में कुल डेढ़ सौ छात्र–छात्रा पढ़ाई कर रहे थे. हालांकि अब काफी प्रोत्साहन और मेहनत के बाद विद्यालय में मौजूद छात्र-छात्राओं की संख्या 14 सौ के लगभग हो गई है. छात्रों के बढ़ती संख्या से नाराज होकर निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक के द्वारा बार-बार ऐसी घटना को दोहराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जब से सरकारी स्कूल में अच्छी पढ़ाई होने लगी है तब से ही निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक के द्वारा जबरन सरकारी स्कूल बंद कराने की कोशिश की जा रही है. फिलहाल जख्मी शिक्षक सदर अस्पताल में इलाजरत रहकर जिला पुलिस प्रशासन से उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है.
(रिपोर्टर-जितेंद्र चौधरी)
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