Bihar: कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया शिरकत, जननायक पर लिखी पुस्तक का किया विमोचन
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Bihar: कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया शिरकत, जननायक पर लिखी पुस्तक का किया विमोचन

Nitish Kumar: कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी मान रहा है. इसको लेकर समस्तीपुर में भी उनके पैतृक गांव कर्पूरीग्राम में राजकीय समारोह का आयोजन किया गया. सीएम नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से अकेले ही समस्तीपुर पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जननायक पर लिखी किताब का भी विमोचन किया.

Bihar: कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया शिरकत, जननायक पर लिखी पुस्तक का किया विमोचन

समस्तीपुर: आज पूरा देश जननायक कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी मान रहा है. इसको लेकर समस्तीपुर में भी उनके पैतृक गांव कर्पूरीग्राम में राजकीय समारोह का आयोजन किया गया. सीएम नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से अकेले ही समस्तीपुर पहुंचे. जहां उन्होंने सर्वप्रथम कर्पूरी ठाकुर के घर स्मृति भवन पर आयोजित सर्वधर्म सभा में शिरकत किया और उनके तैलय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया. 

इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जननायक पर लिखी किताब का भी विमोचन किया. उसके बाद सीएम जीकेपीडी कॉलेज में कर्पूरी और उनके माता-पिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. कार्यक्रम के बाद पटना लौटने के दौरान जननायक कर्पूरी ठाकुर के पुत्र और राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को भी अपने साथ ले गए.  

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो 2007 से 2023 तक लगातार उन्हें भारत रत्न देने की मांग उठती रही है. कल शाम में केंद्र सरकार ने तय कर दिया. इसको लेकर उन्हें काफी खुशी है और उन्होंने इसको लेकर बधाई भी दी है. जिस तरह जननायक कर्पूरी ठाकुर ने समाज के गरीब गुरवे, पिछड़े, अति पिछड़े, समाज के अन्य गरीब लोगों के उत्थान के लिए काम किया, शिक्षा की दिशा में काम किया, शराबबंदी किया, हर क्षेत्र में काम किया, इतना बड़ा-बड़ा काम किया की कुछ लोगों ने खिलाफ होकर इन्हें हटाया. देश के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग को लेकर काम किया है देशभर में उनका नाम है. 

बिहार में उन्ही से प्रेरणा लेकर वो भी काम कर रहे है. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने कभी भी अपने पुत्र के लिए काम नहीं किया. उन्होंने अपने भाई को आगे बढ़ाने के लिए अब तक काम कर रहे. वहीं जननायक को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा को लेकर उनके पुत्र और राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि 36 वर्षों के संघर्ष के बाद उन्हें यह सम्मान मिला है. इसको लेकर वह अपनी पार्टी की ओर से भारत सरकार का धन्यवाद करता हूँ. राष्ट्रपति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं.
इनपुट- संजीव नैपुरी

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