Heatwave in Jharkhand: धनबाद निवासी सुशांत कुमार मंडल ने बताया कि लोग इस चिलचिलाती धूप से बचने के लिए छतरी, गमछा लेकर चलने को विवश हैं. दो रोटी के जुगाड़ में रातदिन रिक्शा ठेला चलाने वालों पर यह गर्मी किसी आफत से कम नहीं है. तपती धूप का सामना करते हुए रिक्शा ठेला खींच रहे है. कई लोग गर्म हवा के थपेड़ों से अपना चेहरा बचाने के लिए सिर से मुंह तक कपड़े से ढककर चल रहे हैं.
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धनबाद: धनबाद कोयलांचल तप रहा है. अप्रैल के महीने में ही पारा बढ़कर 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. इस बढ़ते तापमान ने लोगों को बेहाल कर दिया है. वही जिला स्वास्थ विभाग भी अलर्ट है और हर प्रखंड के CSC अस्पताल में भी दस बेड रखने को कहा गया है. इसके साथ सीएससी में गर्मी से बचाव के लिए और ORS घोल अपने पास रखने के लिए कहा है.
धनबाद निवासी सुशांत कुमार मंडल ने बताया कि लोग इस चिलचिलाती धूप से बचने के लिए छतरी, गमछा लेकर चलने को विवश हैं. दो रोटी के जुगाड़ में रातदिन रिक्शा ठेला चलाने वालों पर यह गर्मी किसी आफत से कम नहीं है. तपती धूप का सामना करते हुए रिक्शा ठेला खींच रहे है. कई लोग गर्म हवा के थपेड़ों से अपना चेहरा बचाने के लिए सिर से मुंह तक कपड़े से ढककर चल रहे हैं. कई राहगीर धूप से बचने के लिए पेड़ की छाव तलाशते दिख जा रहे हैं. टोटो चालक भी गर्मी से राहत पाने के लिए पेड़ों की छाव में टोटो रोककर थोड़ी देर ठहर कर ही आगे बढ़ रहे हैं. राहगीर ने बताया कि गर्मी काफी पड़ रही है. पानी बॉटल, गमछा छतरी आदि साथ लेकर चल रहे हैं. साथ ही कहा शहर में अंधा धुन पेड़ की कटाई और लगातार हो रहे खनन जल स्तर नीचे जा रहे है.
वहीं धनबाद सदर अस्पताल के सुपरिटेंडेंट राजकुमार सिंह ने बताया कि हीट वेव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग विशेष तैयारी की है. राज्य सरकार के आदेश के बाद सदर अस्पताल में दस बेड हिट वेब से प्रभावित मरीजों के लिए रखा गया है. साथ ही सभी सीएससी में ORS की व्यवस्था किया. साथ ही ORS घोल की आगे व्यवस्था की जाएगी. लोगों से अपील है कि जरूरी काम रहने पर ही घर से बाहर निकले और समय समय पर पानी के साथ साथ घर मे बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, तोरानी, नींबू पानी, छाछ आड़ का प्रयोग करें.
इनपुट- नितेश कुमार मिश्रा