MS Dhoni Marriage Anniversary: महेंद्र सिंह धोनी की शादी के 12 साल पूरे, दिलचस्प है धोनी और साक्षी की लवस्टोरी
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MS Dhoni Marriage Anniversary: महेंद्र सिंह धोनी की शादी के 12 साल पूरे, दिलचस्प है धोनी और साक्षी की लवस्टोरी

MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को कई मैच जिताए हैं. भारत को अपनी कप्तानी में उन्होंने  आईसीसी के तीनों खिताब जीते हैं. धोनी को क्रिकेच में कैप्टन कूल के नाम से भी जाना जाता है.

MS Dhoni Marriage Anniversary: महेंद्र सिंह धोनी की शादी के 12 साल पूरे, दिलचस्प है धोनी और साक्षी की लवस्टोरी

रांची:MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को कई मैच जिताए हैं. भारत को अपनी कप्तानी में उन्होंने  आईसीसी के तीनों खिताब जीते हैं. धोनी को क्रिकेच में कैप्टन कूल के नाम से भी जाना जाता है. क्रिकेट से संयास लेने के बाद भी धोनी हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. क्रिकेट के अलावा अपने जीवन में भी वो सादगी से रहना ही पसंद करते हैं. आज धोनी की शादी की 12 वीं सालगिरह है. आज के ही दिन 4 जुलाई 2010 को महेंद्र सिंह धोनी ने साक्षी सिंह से शादी की थी. 

दिलचस्प है लवस्टोरी
धोनी की तरह उनकी लव स्टोरी भी काफी दिलचस्प रही है. धोनी जब टीम इंडिया की तरफ से खेल रहे थे. तब वह उसी होटल में रूके थे, जहां साक्षी इंटर्नशिप करती थीं. इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई. इसके बाद दोनों के बीच मुलाकातों का दौर शुरु हो गया. धोनी और साक्षी के परिवार एक-दूसरे को पहले से ही जानते थे. बाद में धोनी ने 4 जुलाई 2010 को साक्षी सिंह से शादी कर ली. धोनी की एक बेटी भी है, जिसका नाम जीवा है. साक्षी से शादी करने के बाद महेंद्र सिंह धोनी के करियर में कई सफलताएं आई. शादी के बाद ही धोनी ने 2011 में वर्ल्ड कप जीता था. 

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दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर
बता दें कि धोनी की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर्स में होती है. धोनी ने अपने दम पर भारत को कई हारे हुए मैच जिताए हैं. धोनी की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है. उनकी कप्तानी में भारत को 110 वनडे, 27 टेस्ट और 41 टी20 मैचों में जीत मिली. धोनी को डेथ ओवर्स में तेजी से रन बनाने के लिए जाना जाता था. आखिरी ओवर में भारत को जीतने के लिए अगर 15 रन भी चाहिए और क्रीज पर धोनी हैं, तो दबाव धोनी की जगह गेंदबाज पर होता था.   

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