दिल्ली में हेमंत सोरेन के बयान पर रांची में सियासी उबाल, भाजपा हुई हमलावर
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दिल्ली में हेमंत सोरेन के बयान पर रांची में सियासी उबाल, भाजपा हुई हमलावर

दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झारखंड की जनता ने लंबे समय तक अलग झारखंड के निर्माण के लिए संघर्ष किया और अटल बिहारी वाजपेयी की जब केंद्र में सरकार थी तब इसे अलग राज्य का तोहफा मिला.

(फाइल फोटो)

रांची: दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झारखंड की जनता ने लंबे समय तक अलग झारखंड के निर्माण के लिए संघर्ष किया और अटल बिहारी वाजपेयी की जब केंद्र में सरकार थी तब इसे अलग राज्य का तोहफा मिला. तब से भाजपा राज्य के विकास के लिए क्रांतिकारी कदम उठा रही है. पिछले 28 महीने से राज्य में कांग्रेस और जेएमएम की सरकार है और पूरा राज्य भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंसा हुआ है.

भाजपा ने सीएम के बयान पर उन्हें घेरा
भ्रष्ट अधिकारी सरकार में बैठे लोगों का संरक्षण प्राप्त करके निरंकुश होकर जनता के संसाधनों को लूट रहे हैं . आज मुख्यमंत्री भाजपा सरकार पर प्रश्न उठा रहे हैं, उन्हें अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए. आज अवैध माइनिंग, कोयला तस्करी, लॉ एंड ऑर्डर, बेरोजगारी सभी मोर्चों पर उनकी सरकार पूरी तरह से फेल हो गयी है. मुख्यमंत्री को पूर्ववर्ती भाजपा सरकार का पोस्टमार्टम करने की जगह अपने 28 महीने की सरकार पर विचार करना चाहिए . 

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वहीं उन्होंने ईडी की कार्रवाई पर कहा की यहां जो गंदगी फैली है उसका स्वच्छता का अभियान ईडी ने चला रखा है. करोड़ों-करोड़ों रुपए बरामद हो रहे हैं और इसके बाद भी राज्य के मुखिया को शर्मिंदा होने की जगह पार्टी के नेता उनका बचाव कर रहे हैं. जब भी बड़ी कार्रवाई होती है तो उसके बचाव में सरकार उतर आती है यह अपने आप में दर्शाता है किस प्रकार से सरकार के संरक्षण में राज्य में खेल चल रहा है. 

भाजपा पर कांग्रेस ने भी लगाए इल्जाम
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने मुख्यमंत्री के बयान को सही करार देते हुए कहा कि स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री ने राज्य के पिछड़ेपन का व्याख्यान किया है. आज राज्य बने 22 साल हो गए हैं और सबसे ज्यादा भाजपा ने सत्ता हासिल किया इसके बावजूद भाजपा के शासन काल में राज्य में पलायन बढ़ गई थी. एक भी इंफ्रास्ट्रक्चर का काम राज्य में नहीं हुआ. साथ ही कई चीजों में राज्य बदनाम हुआ. कोरोना जैसी महामारी में भी राज्य सरकार का जो बकाया केंद्र पर था वह बकाया नहीं मिला. राज्य सरकार अपने बूते यहां की जीवन और जीवीका बचाए रखने में सफल रही. जिस प्रकार से भाजपा के नेता यहां ट्विटर के माध्यम से पहले ही बता देते हैं कि कहां किसके घर की छापेमारी हो रही है वैसे ही अगर राज्य का जो केंद्र पर बकाया है वह भी ट्वीट करते भाजपा नेता बता देते तो अच्छा होता. वहीं ईडी के छापेमारी पर उन्होंने कहा कि पूजा सिंघल मामले में मनरेगा का घोटाला खूंटी में हुआ उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा थे, उनके शासनकाल में घोटाला होता है. उसके बाद भाजपा के दूसरे मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार में क्लीन चिट मिलता है और जब महागठबंधन की सरकार बनती है तो इस घोटाले का खुलासा करते हुए महागठबंधन की सरकार पर इसका इल्जाम ठोकने का काम भाजपा करती है. 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिली में भाजपा पर साधा निशाना
वहीं दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा की झारखंड में पिछड़ापन का कारण राज्य की जनता नहीं. झारखंड में बड़े समय तक एक खास राजनीतिक दल के लोग ने इसे चारागाह बना दिया. झारखंड इनके लिए ऐसा राज्य बन गया जहां से आर्थिक शक्ति बनाते हैं. वही केंद्र सरकार पर 1 लाख 36 हज़ार करोड रुपए बकाए पर भी अपनी बातें रखी. ईडी की जांच को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ईडी मनरेगा घोटाला की जांच कर रही है, इनका मनरेगा के रास्ते कहीं और जाने की मंशा दिखती है

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