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देवघर: Shravani Mela 2022: दो साल बाद बाबा वैद्यनाथ के दरबार में भक्त फिर से हाजिरी लगाएंगे. इसके लिए तैयारी पूर जोर शोर से चल रही है. कोरोना के कारण पिछले दो साल से देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन का आयोजन नहीं हो सका था. लेकिन इस बार देवघर में भव्य रुप से श्रावणी मेला का आयोजन होने जा रहा है. जिसको लेकर पुलिस महकमा चौकस है और लगातार कांवड़ियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए कार योजना बना रही है.बता दें दो साल तक मेला का आयोजन नहीं होने के कारण मंदिर पर आश्रित लोगों और दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ था.
कांवरियों की सुरक्षा के लिए देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट और संथाल परगना के डीआईजी सुदर्शन मंडल लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. आज डीआईजी सुदर्शन मंडल और देवघर पुलिस ने देवघर बाबा मंदिर से लेकर बिहार झारखंड के बॉर्डर दुम्मा और जसीडीह के कुमैठा स्टेडियम तक निरीक्षण किया. डीआईजी सुदर्शन मंडल ने कहा कि," कांवड़ियों को सुरक्षित रखने और इनमें सुरक्षा की भावना को बढ़ाने के लिए पुलिस कार्य कर रही है. जिसके लिए पूरे कांवरिया पथ, बाबा मंदिर और रूट लाइन में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दी जाएगी. इसके अलावा जगह जगह पर पुलिस चेकपोस्ट ओपी बनाए जाएंगे. फिलहाल ये आकलन किया जा रहा है कि कितने पुलिस बल पदाधिकारी की जरूरत होगी. जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेज कर अन्य जिलों से पुलिस फोर्स मंगाए जाएंगे. इसके अलावा रूट लाइन में पुलिस बलों की तैनाती होगी. सादे लिबास में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और कांवड़ियों से किस तरीके से अनुशासन में रहकर पेश आना है इन तमाम बिंदुओं पर पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी.
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हर साल होता है भव्य मेले का आयोजन
इस बार श्रावणी मेला की शुरुआत 15 जुलाई से हो रहा है. एक महीने तक चलने वाले इस मेले में बाबा के भक्त बिहार के सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर पैदल बाबा के धाम देवघर जाते हैं. लेकिन पिछले दो सालों से कोराना के कारण लगे लॉकडाउन से इस मेला पर ग्रहण लगा हुआ था. बता दें कि सावन के महीने में दूर-दराज से लोग कांवड़ लेकर बाबा वैद्यनाथ धाम पहुंचते हैं और बाबा पर गंगा जल चढ़ाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
बाबा बैद्यनाथ मंदिर का है विशेष महत्व
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ का मंदिर 12 शिवलिंग में से एक है. सावन के महीने में हर साल यहां भव्य मेला लगता है. लोग दूर-दूर से यहां आते हैं और बाबा को जल चढ़ाते हैं. बैद्यनाथ धाम की पवित्र यात्रा श्रावण मास में शुरू होती है और श्रावण मास खत्म होते ही मेला खत्म हो जाता है. सभी श्रद्धालु सुल्तानगंज से पवित्र गंगा का जल लेकर लगभग सौ किलोमीटर की अत्यन्त कठिन पैदल यात्रा कर बाबा को जल चढ़ाते हैं. बाबा बैद्यनाथ का मुख्य मंदिर सबसे पुराना है जिसके आसपास और भी मंदिर भी बने हुए हैं. बाबा भोलेनाथ का मंदिर माता पार्वती के मंदिर से जुड़ा हुआ है.