NDA Seat Sharing: उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कहा कि जेडीयू की वापसी से हमें कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हम गठबंधन के भीतर काफी कंफर्टेबल स्थिति में हैं. जेडीयू अभी एनडीए का हिस्सा बनी है, हम पुराने साथी हैं.
Trending Photos
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है, लेकिन विपक्षी गठबंधन INDIA के साथ-साथ NDA में भी अभी तक सीटों का गुणा-गणित सुलझ नहीं सका है. एनडीए में नीतीश कुमार की वापसी से पलड़ा भारी तो हुआ, लेकिन सीट शेयरिंग का मुद्दा उलझ गया है. JDU की वापसी से अब छोटे-छोटे दलों को अपने हिस्से की सीटें कम होने का डर सता रहा है. इसको लेकर अब आवाज भी उठने लगी है. एनडीए के साथी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मुखर हो गए हैं. उन्होंने इशारों-इशारों में बड़ी बात कह दी है.
कुशवाहा ने साफ कहा कि जेडीयू की वापसी से हमें कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हम गठबंधन के भीतर काफी कंफर्टेबल स्थिति में हैं. जेडीयू अभी एनडीए का हिस्सा बनी है, हम पुराने साथी हैं. गठबंधन में सीटों को लेकर पहले ही बात हो गई थी. जेडीयू के आने से कुछ गड़बड़ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब भी कोई दल किसी गठबंधन का हिस्सा बनता है, तो वह काफी सोच-समझकर ऐसे कदम उठाता है. जेडीयू ने भी एनडीए का दामन पकड़ा है, तो निश्चित रूप से सब कुछ सोच कर गठबंधन में आएं होंगे.
ये भी पढ़ें- जमुई या हाजीपुर कहां से चुनाव लड़ेंगे चिराग? जूनियर पासवान ने खोल दिए अपने पत्ते!
माना जा रहा है कि एनडीए खेमे में अब बीजेपी के बाद जेडीयू सबसे बड़ी पार्टी है, लिहाजा सीट शेयरिंग का फैसला इन दोनों दलों को ही लेना है. दोनों बड़े दलों को कोई ऐसा रास्ता निकालना है जिससे तीन अन्य सहयोगी दलों को भी सम्मानजनक सीटें दी जा सकें. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नीतीश कुमार की वापसी से एनडीए खेमे में लोकसभा की 40 सीटों की बंदरबांट हो जाएगी. बता दें कि पिछली बार जेडीयू और बीजेपी ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, बाकी 6 सीटें लोजपा के हिस्से आई थीं. मोदी लहर में एनडीए को 40 में से 39 सीटें मिली थीं, सिर्फ जेडीयू अपनी एक सीट हारी थी. पिछली बार की अपेक्षा में इस बार एनडीए में साथियों की संख्या बढ़ गई है. अब उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी भी एनडीए का हिस्सा हैं और लोजपा दो टुकड़ों में विभाजित हो चुकी है.