टोला सेवक के भरोसे शिक्षा व्यवस्था,क्लास के बाहर सोते टोला सेवक का वीडियो वायरल
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टोला सेवक के भरोसे शिक्षा व्यवस्था,क्लास के बाहर सोते टोला सेवक का वीडियो वायरल

बिहार के जमुई जिले के शिक्षा विभाग यूं ही किसी न किसी कारनामे के कारण सुर्ख़ियों में बना रहता है. इससे पहले एक बच्चे के टीसी में उसकी जन्म की तारीख 30 फरवरी दर्ज कर दी गई थी.

(फाइल फोटो)

जमुई: बिहार के जमुई जिले के शिक्षा विभाग यूं ही किसी न किसी कारनामे के कारण सुर्ख़ियों में बना रहता है. इससे पहले एक बच्चे के टीसी में उसकी जन्म की तारीख 30 फरवरी दर्ज कर दी गई थी. वहीं अब चकाई प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय कियाजोरी स्कूल के क्लास रूम के दरवाजे पर कुर्सी लगाकर आराम से सोते टोला सेवक का वीडियो सामने आया .। वीडियो में स्कूल टाइम में सोते टोला सेवक की पहचान दिनेश तूरी के रूप में हुई है. वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

टोला सेवक दिनेश तुरी अपनी ड्यूटी के दौरान कुर्सी पर सोते रहता है, जिसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. बताया जाता है कि जब जीतन राम मांझी बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे उस समय स्कूल में बिहार सरकार द्वारा एक टोला सेवक की नियुक्ति की गई थी. उनका उद्देश्य यह है कि वह गांव के हर एक घर से बच्चों को स्कूल लाए और फिर घर तक पहुंचाए. 

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वहीं स्कूल अवधि के दौरान टोला सेवक की यह भी जिम्मेदारी है कि वह गांव के कम से कम 10 से 15 निरक्षर महिलाओं को एक स्थान पर बिठाकर उसे शिक्षित बनाए. इधर, टोला सेवक की नींद मारने का वीडियो सामने आया है. जिसको लेकर शिक्षा विभाग पर फिर एक सवालिया निशान खड़ा हो गया है. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिल देव तिवारी ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. वीडियो की जांच करवा कर इस बात की जानकारी लेंगे कि कुर्सी पर सो रहा व्यक्ति शिक्षक है या टोला सेवक है. साथ ही कहा कि कोई भी हो बिल्कुल गलत है. स्कूल में अंदर बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा कि टोला सेवक को दिनभर स्कूल में रहना नहीं है. बच्चों को स्कूल पहुंचाने और फिर स्कूल अवधि के बाद घर पहुंचाने के बीच के समय में उसे गांव की निरक्षर महिलाओं को साक्षर करने का दायित्व सरकार ने दिया है. इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से रिपोर्ट ली जाएगी, रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी. 

Abhishek Nirala

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