बिहार: प्रशांत किशोर का नीतीश कुमार के साथ जाना आसान नहीं, खुद दिए संकेत
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बिहार: प्रशांत किशोर का नीतीश कुमार के साथ जाना आसान नहीं, खुद दिए संकेत

प्रशांत किशोर ने 13 सितंबर को नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि वो दोबारा जदयू में शामिल हो सकते हैं.

 

प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज यात्रा पर हैं.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात को लेकर अभी चर्चा चल ही रही थी कि गुरुवार को किशोर ने दिनकर की एक कविता की दो पंक्तियां लिखकर यह संकेत दे दिए की उनका जदयू के पास जाना आसान नहीं है.

प्रशांत किशोर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से गुरुवार को दिनकर की कविता की दो पंक्ति लिखी, 'तेरी सहायता से जय तो मैं अनायास पा जाऊंगा, आने वाली मानवता को, लेकिन, क्या मुख दिखलाऊंगा? - दिनकर.

प्रशांत किशोर के ट्वीट को नीतीश कुमार के साथ पुनर्मिलन की अटकलों के खंडन के रूप में देखा जा सकता है.

2018 में जेडीयू में शामिल हुए थे PK
गौरतलब है कि किशोर को 2018 में जेडीयू में शामिल किया गया था और हफ्तों के भीतर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया था. हालांकि बाद में नीतीश के साथ उनका मनमुटाव हो गया और वे अलग हो गए.

फिलहाल, प्रशांत किशोर बिहार में जन सुराज यात्रा (Jan Suraj Yatra) पर हैं और वे बिहार के मुख्यमंत्री पर लगातार निशाना साध रहे हैं.

इस बीच, मंगलवार की रात प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. इसके बाद दोनों के बाद पुनर्मिलन की चर्चा शुरू हो गई.

इस मुलाकात के बाद बुधवार को जब नीतीश कुमार से संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य बैठक थी. इसमें बहुत कुछ नहीं था. उन्हें पवन वर्मा (Pavan Varma) द्वारा लाया गया था जो कुछ दिन पहले भी मुझसे मिले थे.

उन्होंने रणनीतिकार के प्रति किसी भी तरह की कड़वाहट से इनकार किया था. उन्होंने कहा पुरानी पहचान है, किसी से मिलने में क्या दिक्कत है.

(आईएएनएस)

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