Upendra Kushwaha: जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा पर पलटवार किया. कहा कि 'उपेंद्र कुशवाहा में अगर हिम्मत है तो वार्ड सदस्य का चुनाव लड़कर दिखा दें. हम दावे के साथ कह रहे कि एक बार वो चुनाव लड़कर दिखाएं उनको सब पता चल जाएगा.
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पटनाः Bihar Politics: बिहार में जदयू के बीच जारी संग्राम लगातार बड़ा होता जा रहा है. उपेंद्र कुशवाहा बागी होने के साथ ही अब पोल-खोल वाले मोड में आ चुके हैं और सीएम नीतीश के खिलाफ उनके बयान में धार बढ़ती जा रही है. मंगलवार को तो कुशवाहा ने यह भी कह दिया कि पार्टी सीएम नीतीश की नहीं है, उन्होंने शरद यादव को धकिया कर उनसे पार्टी हथिया ली है. अब उनके बाद जदयू के प्रदेश अध्य उमेश कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधा है.
उमेश कुशवाहा ने कही ये बात
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा पर पलटवार किया. असल में सोमवार को ललन सिंह ने कहा था कि 'उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के फिलहाल अध्यक्ष इसलिए नहीं कहे जा सकते क्योंकि पार्टी की ओर से इन पदों के लिए चुनाव नहीं हुआ है.' मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विमर्श के बाद ही सूची जारी होगी. इधर, उमेश कुशवाहा ने कहा कि 'हम लोग ने न प्रदेश में न राष्ट्र में चुनाव के लिए कोई सूची जारी की है. अभी तो कोई पदाधिकारी नहीं है. अभी कुछ भी ऑफिशियल नहीं है सिर्फ प्राथमिकी सदस्य है. ऐसे में उनके द्वारा मीटिंग बुलाने की कोई नैतिकता नहीं है.' उमेश कुशवाहा ने यह टिप्पणी, उपेंद्र कुशवाहा के मीटिंग बुलाने पर की है.
'उपेंद्र कुशवाहा के पास नही है विचारधारा'
उमेश कुशवाहा ने आगे कहा कि 'उपेंद्र कुशवाहा में अगर हिम्मत है तो वार्ड सदस्य का चुनाव लड़कर दिखा दें. हम दावे के साथ कह रहे कि एक बार वो चुनाव लड़कर दिखाएं उनको सब पता चल जाएगा. बहुत ज्यादा घमंड है तो एक बार उपेंद्र कुशवाहा के गांव में जाकर दिखाएं. वहां उनका क्या हाल है और क्या इमेज है सब पता चल जाएगा. बहुत कुछ है और बहुत चीजों का खुलासा होगा.' उन्होंने कहा कि 'न तो संविधान के अनुसार और न ही ऐसे किसी भी तरह की मीटिंग वह कैसे बुला सकते हैं.' ये पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संघर्ष की पार्टी है. उपेंद्र कुशवाहा के पास ना सिद्धांत है ना विचारधारा है. वह अति महत्वाकांक्षी हैं और मुख्यमंत्री के लिए अनाप-शनाप बयान देते हैं.'