इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने लगाया किडनी निकालने का आरोप
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1651434

इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने लगाया किडनी निकालने का आरोप

Bihar News: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगा है. राजधानी पटना में बच्चेदानी का अपोरेशन कराने आई 35 वर्षीय नीतू देवी की मौत के बाद उसके पति ने शेखपुरा सामस के डॉक्टर गोपाल प्रसाद पर मानव अंग निकालने का आरोप लगाया है.

इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने लगाया किडनी निकालने का आरोप

पटना:Bihar News: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगा है. राजधानी पटना में बच्चेदानी का अपोरेशन कराने आई 35 वर्षीय नीतू देवी की मौत के बाद उसके पति ने शेखपुरा सामस के डॉक्टर गोपाल प्रसाद पर मानव अंग निकालने का आरोप लगाया है. इस मामले में पटना के कंकड़बाग थाना में शिकायत दर्ज की गई है. मृतका के परिजनों ने बतया कि नवादा के ओहरी की रहने वाली नीतू देवी के पेट मे दर्द होने की शिकायत पर उसके परिजनों ने उसे शेखपुरा के सामस इलाके के डॉक्टर गोपाल प्रशाद के क्लिनिक पर 7अप्रैल को इलाज के लिए लाए थे.

दो बार किया ऑपरेशन

मृतका नीतू देवी के पति रंजीत ने बताया कि 7 अप्रैल को डॉक्टर गोपाल प्रसाद के क्लिनिक में उसकी पत्नी के भर्ती होने के उपरांत डॉक्टर गोपाल ने उसके पेट में गोल्ड ब्लैडर होने की बातें कही और जल्द से जल्द नीतू के ऑपरेशन का दबाव दिया. उसके बाद डॉ गोपाल ने उसकी पत्नी का ऑपरेशन अपने शेखपुरा के सामस वाले क्लीनिक पर ही किया. ऑपरेशन के बाद जब नीतू की तबीयत बिगड़ने लगी तो आनन-फानन में डॉ गोपाल ने नीतू देवी को अपने नौबतपुर वाले निजी किलनिक शिफ्ट कर दिया. बावजूद इसके जब नीतू की तबीयत नहीं सुधरी तो डॉक्टर गोपाल ने मरीज को लेकर पटना के बोरिंग रोड स्थित राहुल मेमोरियल अस्पताल पहुंचे और वहां के डॉक्टरों के द्वारा एक बार फिर नीतू का ऑपरेशन किया गया.

मानव अंग निकालने का आरोप

जब दूसरी ऑपरेशन के बाद नीतू की तबीयत और ज्यादा बिगड़ने लगी तो आनन-फानन में डॉक्टर गोपाल ने अपने कंपाउंडर के साथ खुद की गाड़ी पर लादकर नीतू को पटना के कंकड़बाग स्थित जगदीश मेमोरियल अस्पताल पहुंचाया. जहां आज सुबह उसकी मौत हो गई. मृतका नीतू के पति ने डॉक्टर गोपाल पर उसकी पत्नी के मानव अंग निकालने का आरोप लगाते हुए कहा कि महज साढ़े 8 हजार रु लेकर डॉक्टर गोपाल पिछले 7 दिनों से उसकी पत्नी का इलाज कर रहे थे. इस दौरान डॉ ने उसे छह यूनिट ब्लड भी चढ़ाया जिसके पैसे भी नहीं लिए गए. मामले की जांच कर रहे कंकड़बाग एसआई मुकेश ने बताया है कि मृतक के परिजनों के द्वारा मृतिका के मानव अंग निकाले जाने की लिखित कंप्लेन की गई है. आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित थाना को इस पूरे मामले की जानकारी दी जा रही है.

इनपुट- प्रकाश सिन्हा

ये भी पढ़ें- बिहारी अफसरों ने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को एनकाउंटर में मार गिराया, ददुआ को भी मिट्टी में मिलाया था

Trending news