Bihar Politics: केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में लिखित में जवाब देते हुए कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना संभव नहीं है. उन्होंने इसके पांच कारण बताए. जिसके बाद से बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है.
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Bihar Politics: केंद्र की ओर से बिहार को स्पेशल स्टेट का दर्जा दिए जाने से इनकार के बाद बिहार का सियासी पारा बढ़ गया है. केंद्र के इस निर्णय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तगड़ा झटका लगा है. जिस पर अब जेडीयू का रिएक्शन भी सामने आ गया है. इस मामले में जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी ने केंद्र को क्लियर कट जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों को सही ढंग से देखा-समझा नहीं गया है. हम लोग चाहते हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, अगर विशेष राज्य के दर्जा देने में दिक्कत है तो हमें विशेष पैकेज मिले. जेडीयू नेता ने आगे कहा कि हम लोग अपने सीमित संसाधन से तो पूरी तरह से विकास कर रहे हैं, लेकिन फिर भी हम गरीब हैं. इसलिए हमें विशेष सहायता और विशेष मदद की जरूरत है.
विजय चौधरी ने कहा कि स्पेशल स्टेटस मांगने का हमारा औचित्य यह है कि हम लोगों ने अपने सीमित संसाधनों के बल पर इस देश के अन्य प्रदेशों से तेज गति से प्रगति की है, लेकिन इसके बाद भी हमारी गरीबी दूर नहीं हुई. ऐसे में हम लोगों को विशेष सहायता और विशेष मदद की जरूरत है और इसका प्रावधान संविधान और नीति आयोग के मैंडेट में भी है. इसलिए हम लोग कह रहे हैं कि विशेष राज्य का दर्जा अगर संभव नहीं है तो विशेष पैकेज ही दें. जिससे हम भी दूसरे राज्यों की तरह विकास कर सकें. विजय चौधरी ने कहा कि हमें आशा है कि केंद्र सरकार निश्चित रूप से हमारी मदद करेगी और बिहार को विशेष मदद जरूर देगी.
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वहीं विपक्ष इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर है. राजद अध्यक्ष लालू यादव से लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह तक सभी नेताओं ने एक सुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा है और एनडीए से समर्थन वापस लेने की मांग की है. लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को एनडीए सरकार का साथ छोड़ देना चाहिए और हमारे साथ आना चाहिए. तो बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा दें और एनडीए सरकार से समर्थन भी वापस लें. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन छोड़कर एनडीए के साथ इसलिए गए थे कि जब डबल इंजन की सरकार बनेगी तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त होगा और राज्य का चहुंमुखी विकास होगा. लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने से इनकार किए जाने के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोचना है कि क्या वे केंद्र की एनडीए सरकार से समर्थन वापस लेंगे?