नित्यानंद राय ने महागठबंधन सरकार पर बोला हमला, कहा- उनकी नीतियां कमजोर
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1325518

नित्यानंद राय ने महागठबंधन सरकार पर बोला हमला, कहा- उनकी नीतियां कमजोर

बिहार में सरकार से बाहर होने के बाद बीजेपी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. सीमांचल के चारों सीटो पर अपना परचम लहराने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.

नित्यानंद राय ने महागठबंधन सरकार पर बोला हमला, कहा- उनकी नीतियां कमजोर

किशनगंज: बिहार में सरकार से बाहर होने के बाद बीजेपी ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. सीमांचल के चारों सीटो पर अपना परचम लहराने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी कड़ी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किशनगंज पहुंचकर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने किशनगंज के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में बिहार के महागठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा और सीमांचल की सुरक्षा को लकेर सरकार पर सवाल भी उठाए.

ख्वाब देखने से कोई पीएम नहीं बनता
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महागठबंधन की नीतियां कमजोर है. उन्होंने कहा कि वहां तुष्टिकरण और परिवारवाद की नीति है. ये महागठबंधन की सरकार बिहार को विकास नहीं दे सकती है. उनकी नीति बिहार की भलाई करने वाली नहीं है. इसके अलावा उन्होंने नीतीश कुमार के पीएम मटेरियल पर कहा कि किसी को ख्वाब देखने और खुद को पीएम मटेरियल मानने से कुछ नहीं होगा. जनता के आशीर्वाद से कोई देश का प्रधानमंत्री बनेगा. देश की गरीब जनता ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री बनाया है. 

ED, CBI किसी के अधीन नहीं 
वहीं केंद्र सरकार द्वारा दुरुपयोग के सवाल पर उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स और सीबीआई का कहा कि ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई देश का उच्च संस्थाओ में से एक है. ये संस्थाएं किसी के अधीन नहीं है. 1996, 1997 और 2003 में इसी संस्था ने लालू परिवार पर चारा घोटाले की जांच करके उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था. उस वक्त भाजपा की सरकार नहीं थी बल्कि राजद सरकार में शामिल थी.

ये भी पढ़ें- 'बिहार में 80 फीसदी जज, 90 फीसदी पदाधिकारी और 95 फीसदी पत्रकार पीते हैं शराब'

किशनगंज में लोगों पर अत्याचार 
बिहार के सीमावर्ती जिले में केंद्रीय मंत्री ने सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि झारखंड की एक बेटी को दबंगों ने पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया. किशनगंज में भी लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं, यहां विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं हैं, इलाका संवेदनशील होने के कारण इस संवेदनशीलता को राज्य सरकार और यहां की प्रशासन नहीं समझ रही है. सरकार की नीयत में सिर्फ तुष्टिकरण है.

Trending news