'सुल्‍ली' डील से जुड़े हैं 'बुल्‍ली बाई' आरोपियों के तार, मुंबई पुलिस का दावा
Advertisement
trendingNow11073471

'सुल्‍ली' डील से जुड़े हैं 'बुल्‍ली बाई' आरोपियों के तार, मुंबई पुलिस का दावा

Bulli Bai App Case: पुलिस ने तीनों आरोपियों की बेल की अर्जी खारिज करने की मांग करते कहा, 'आरोपी भाग सकते हैं या सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं. बुल्ली बाई मामले में गिरफ्तार नीरज बिश्नोई और सुल्ली डील केस में पकड़े गए ओंकारेश्वर ठाकुर को लेने टीम दिल्ली गई है.'

फाइल फोटो

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने बुल्ली बाई एप केस (Bulli Bai App Case) में गिरफ्तार तीनों आरोपियों की जमानत का विरोध किया है. कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने कहा, 'शुरुआती जांच से पता चला है कि आरोपी सुल्ली डील एप (Sulli Deals App) से जुड़े मामले में भी शामिल थे.

  1. 'बुल्ली बाई' और सुल्ली डील का मामला
  2. मुंबई पुलिस ने किया जमानत का विरोध
  3. जानिए कैसे जुड़े दोनों के आरोपियों के तार

क्राइम ब्रांच की पड़ताल जारी

दरअसल बुल्ली बाई एप केस में आरोपी विशाल कुमार झा, स्वेता सिंह और मयंक रावत की जमानत याचिका का विरोध करते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल सोमवार को सिटी कोर्ट पहुंची थी. सुनवाई के दौरान अपना जवाब दाखिल करते हुए पुलिस टीम ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि आरोपियों ने बुल्ली बाई ऐप बनाने वाले नीरज बिश्नोई की मदद से अपराध किया था. जबकि आरोपी नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने गिरफ्तार किया था. 

ये भी पढ़ें- 12 से 14 साल के बच्चों को कब लगना शुरू होगी वैक्सीन? जानिए सरकार का क्या है फैसला

सोशल मीडिया पर सक्रिय थे आरोपी

पुलिस ने आगे कहा कि आरोपी सोशल मीडिया में खूब सक्रिय थे और इस प्लेटफॉर्म पर ऐसा कंटेंट पोस्ट कर रहे थे जिससे समाज में शांति भंग हो सकती है.

दिल्ली में भी नहीं मिली थी बेल

आपको बता दें कि मुंबई पुलिस की एक टीम बिश्नोई को हिरासत में लेने के लिए दिल्ली में है, जो कथित तौर पर 'बुली बाई' ऐप का निर्माता है. वहीं ओंकारेश्वर जिसे 'सुली डील्स' ऐप का निर्माता माना जाता है. पुलिस ने कोर्ट को यह बताया कि ठाकुर और बिश्नोई की जमानत याचिकाएं दिल्ली की अदालत पहले ही खारिज कर चुकी हैं.

क्या है मामला ?

दरअसल हाल में बुल्ली बाई एप पर मशहूर मुस्लिम महिलाओं ने खुद को नीलामी के लिए पाया था. कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनकी छेड़छाड़ की गई तस्वीरों को ‘नीलामी’ के लिए एप पर डाला गया. पीड़ित महिलाओं ने मशहूर पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और वकील शामिल हैं.

(एएनआई इनपुट के साथ)

LIVE TV

 

Trending news