अपने बयान को लेकर घर में ही घिरे Rahul Gandhi, वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने मांगा जवाब
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अपने बयान को लेकर घर में ही घिरे Rahul Gandhi, वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने मांगा जवाब

बुधवार को कांग्रेस के असंतुष्ट गुट के कुछ नेताओं ने गुलाम नबी आज़ाद (Ghulam Nabi Azad) के घर बैठक की. ये बैठक आनंद शर्मा (Anand Sharma) के उस बयान के बाद हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि, 'राहुल गांधी अपने बयान पर खुद स्पष्टीकरण दे सकते हैं ताकि भ्रम न फैले और लोगों के अनुमान लगाने से बचा जा सके.

फोटो साभार : PTI

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केरल (Kerala) में एक बयान दिया जिसपर काफी विवाद हो रहा है. अब उनका ये बयान कांग्रेस के लिए ही गले की हड्डी बन गई है. वायनाड जाकर राहुल केरल की तारीफ करने में इतना आगे निकल गए कि उन्होंने अपनी बातों से अमेठी के साथ पूरे उत्तर भारत की समझदारी पर सवाल उठा दिया.

इस बीच बुधवार को कांग्रेस के असंतुष्ट गुट के कुछ नेताओं ने गुलाम नबी आज़ाद (Ghulam Nabi Azad) के घर बैठक की. ये बैठक आनंद शर्मा (Anand Sharma) के उस बयान के बाद हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि, 'राहुल गांधी अपने बयान पर खुद स्पष्टीकरण दे सकते हैं ताकि भ्रम न फैले और लोगों के अनुमान लगाने से बचा जा सके.'

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कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) ने कहा कि बीजेपी ये कह रही है कि हम देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि सरकार ये काम कर रही है. जहां तक राहुल गांधी की टिप्पणियों की बात है, तो मैं उसे लेकर कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकता. अपने बयान के बारे में वो बेहतर बता सकते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में वो बयान दिया. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता और मतदाता चाहता है कि कांग्रेस में बदलाव हो.

बैठक में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहे.

आनंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने किसी अनुभव के आधार पर टिप्पणी की है, मुझे किसी क्षेत्र के अपमान की बात मुझे नहीं दिखती. राहुल गांधी ही स्पष्टीकरण दे सकते हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश को एक समझा है, हमने कभी क्षेत्र, भाषा और धर्म के आधार पर लकीर नहीं खींची. उन्होंने आगे कहा, 'कुछ लोग क्या कहना चाह रहे हैं, हम नहीं कह सकते. जहां तक अमेठी की बात है, वहां के मतदाताओं के भी हम कृतज्ञ हैं, उन्होंने लंबे समय तक राजीव गांधी जी को चुनकर भेजा, राहुल गांधी भी 3 बार वहां से चुने गए. कांग्रेस पार्टी वहां के मतदाताओं का सम्मान करती है. 

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ये है पूरा मामला

बता दें कि वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर भारत में उन्हें ‘अलग तरह की राजनीति’ की आदत हो गई थी और केरल आना उनके लिए नए तरह का अनुभव है क्योंकि यहां के लोग ‘मुद्दों’ में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं.

केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला के नेतृत्व में आयोजित ‘ऐश्वर्य यात्रा’ के समापन पर राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने केरल के लोगों से काफी कुछ सीखा है और यहां के लोगों की बुद्धिमतता को थोड़ा समझा है. उन्होंने कहा, ‘पहले 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद रहा. इसलिए मुझे अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी. मेरे लिए केरल आना नया अनुभव था. क्योंकि अचानक मैंने देखा कि लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं, सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि गहनता से उस पर विचार करते हैं.’

राहुल गांधी की उत्तर-दक्षिण वाली पॉलिटिक्स पर उत्तर प्रदेश (Utter Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि सनातन आस्था की तपस्थली केरल से लेकर प्रभु श्री राम की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश तक सभी लोग आपको समझ चुके हैं. उन्होंने कहा कि विभाजनकारी राजनीति आपका राजनीतिक संस्कार है. हम उत्तर या दक्षिण में नहीं, पूरे भारत को माता के स्वरूप में देखते हैं.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगी. ईरानी ने उन्हें एहसान फरामोश तक कह दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'एहसान फरामोश! इनके बारे में तो दुनिया कहती है - थोथा चना बाजे घना.'

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