कांग्रेस के इस ऐलान के बारे में जानकारी देते हुए विधायक दल के नेता अजय सिंह लल्लू ने बताया कि शनिवार सुबह कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक की थी. बैठक में विधायक दल के नेताओं ने इस बात पर मुहर लगाई की वह राज्यसभा चुनाव में बसपा का साथ देगें.
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लखनऊ : आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह बसपा उम्मीदवार का समर्थन करेगी. कांग्रेस के इस ऐलान के बारे में जानकारी देते हुए विधायक दल के नेता अजय सिंह लल्लू ने बताया कि शनिवार सुबह कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक की थी. बैठक में विधायक दल के नेताओं ने इस बात पर मुहर लगाई की वह राज्यसभा चुनाव में बसपा का साथ देगें.
धर्म निरपेक्ष ताकतों से हाथ मिलाने का फैसला
अजय सिंह ने कहा, 'हमने सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ धर्म निरपेक्ष ताकतों से हाथ मिलाने का फैसला किया है.' उन्होंने कहा, 'हमने बसपा उम्मीदवार को मत देना तय किया है.' लल्लू ने बताया कि पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को इस फैसले से अवगत कराया गया है और केन्द्रीय नेतृत्व ने इसका समर्थन किया है.
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क्या कहती है बसपा की रणनीति
बता दें कि वर्तमान में बसपा के पास 19 विधायक हैं, जबकि उसे जीत के लिए 18 विधायकों के मतों की आवश्यकता है. बसपा ने भीमराव अम्बेडकर को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है.
राज्यसभा में सीट के लिए कांग्रेस में लॉबिंग
इससे पहले कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि पार्टी के अंदर राज्यसभा की सीट हासिल करने के लिए लॉबिंग चल रही है. सूत्र ने कहा था कि गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी, शक्ति सिंह गोहिल, अर्जुन मोधावाड़िया, सिद्धार्थ पटेल और तुषार चौधरी को पार्टी को उम्मीदवार बना सकती है. सूत्रों ने यह भी कहा था कि कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी या फिर किसी का समर्थन करेगी इसका फैसला राहुल गांधी करेंगे.
सपा की तरफ जया है रण में
इस बार समाजवादी पार्टी की ओर से अभिनेत्री जया बच्चन को प्रत्याशी बनाया है. सपा के पास वर्तमान में 47 विधायक हैं, इसलिए उनकी जीत के ज्यादा चांस बन रहे हैं. जया बच्चन को आवश्यक मत पड़ने के बाद भी सपा के पास 10 अतिरिक्त वोट बचेंगे. कांग्रेस के सात और रालोद का एक वोट जुड़ गया तो बसपा उम्मीदवार जीतने की स्थिति में होगा.
2019 पर है कांग्रेस की नजर
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन पिछले दिनों राहुल गांधी से आकर मिले थे और इस बैठक में ही इस समझौते का फॉर्मूला तय किया गया था. उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी के पास 7 विधायक हैं वहां पर राज्यसभा सभा चुनाव में सपा और बसपा साथ आ गए हैं और यह उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस भी BSP के उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दे ताकि 2019 के लिए एक साझा गठबंधन बन सके.