आईसीएमआर (ICMR) ने बताया कि है कि ये वेरिएंट केस में बढ़ोतरी की वजह तो नहीं हैं लेकिन साथ ही अभी तक सरकार को इस सवाल का जवाब नहीं मिला है कि भारत के कुछ राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर की वजह क्या है. सरकार के मुताबिक सही कारण के लिए एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट का इंतजार करना होगा.
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नई दिल्ली: भारत में कोरोना के 2 नए वेरिएंट (New Variants Of Coronavirus) पकड़ में आए हैं. केंद्र सरकार ने Indian Sars-Cov-2 Genomics Consortium नाम से कमेटी बनाई थी. इस कमेटी ने भारत में 3500 सैंपल देखे. जिनमें से पहले, यूके वेरिएंट के करीब 187 मामले देखने में आए हैं. दूसरा, साउथ अफ्रीका वेरिएंट संक्रमण 6 लोगों में पाया गया है. तीसरा, ब्राजील वाला स्ट्रेन वेरिएंट 1 व्यक्ति में मिला है इसके अलावा महाराष्ट्र में चौथे व पांचवे दो नए वेरिएंट मिलने की पुष्टि हुई है. इस तरह अब तक कुल मिलाकर 5 वेरिएंट पकड़ में आए हैं.
नए वेरिएंट हैं महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों की वजह?
महाराष्ट्र बढ़ते मामलों में दूसरे नंबर पर है और केरल पहले नंबर पर. ऐसे में कोरोना के दो नए वेरिएंट (New Variants Of Coronavirus) मिलने के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं कोरोना वायरस (Coronavirus) के इस नए प्रकार की वजह से ही तो महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्यों में बीते दिनो में कोरोना के मामले तो नहीं बढ़ रहे हैं. शुरुआती तौर पर सरकार इस बात से इंकार कर रही है. आईसीएमआर (ICMR) ने बताया कि ये वेरिएंट केस में बढ़ोतरी की वजह नहीं हैं लेकिन साथ ही अभी तक सरकार को इस सवाल का जवाब नहीं मिला है कि भारत के कुछ राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर की वजह क्या है. सरकार के मुताबिक सही कारण के लिए एक्सपर्टस की रिपोर्ट का इंतजार करना होगा.
क्या कहना है स्वास्थ्य मंत्रालय का
स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक, 'हम वेरिएंट के साथ-साथ ये भी देख रहे हैं कि इन म्यूटेशन (Mutations) का असर क्या हो रहा है? अभी हम कह सकते हैं कि इस बारे में डरने की जरुरत नहीं है लेकिन ये नहीं कहा जा सकता कि नए वेरिएंट की वजह से मामले बढ़ रहे हैं.' स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की डोज के बीच का अंतर बढ़ाया जाएगा या नहीं, अभी इस पर एक्सपर्ट ग्रुप डेटा स्टडी कर रहा है इसके बाद ही आगे का फैसला होगा. बता दें, मौजूदा नियम के मुताबिक भारत में 28 दिनों के अंतराल पर वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाती है लेकिन हाल ही में आई एक स्टडी के मुताबिक 3 महीने के अंतर पर अगर कोरोना वैक्सीन लगाई जाए तो वो ज्यादा असर करेगी.
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आंकड़ों में वैक्सीनेशन की स्थिति
कुल वैक्सीनेशन: 1 करोड़ 17 लाख 54 हजार 788
पहली डोज: 1,04,93,205
दूसरी डोज: 12,61,583
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आंकड़ों में कोरोना की स्थिति
1.5 प्रतिशत से भी कम एक्टिव केस
21 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं
कहां हैं सबसे ज्यादा मामले?
केरल और महाराष्ट्र में हैं देश के 75 प्रतिशत मामले. केरल में 38 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 37 इसके अलावा कर्नाटक में 4 व तमिलनाडु में कोरोना के 2.8 प्रतिशत मामले हैं. इन राज्यों में केंद्रीय टीमें भेजी गई हैं. टीम जांच कर रही है कि आखिर मामले बढ़ने की वजह क्या है? बीते दिनों में पंजाब में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और जम्मू कश्मीर के हालातों पर भी नजर रखी जा रही है. हालांकि देश में कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों में कमी आई है. फरवरी के पहले हफ्ते से प्रतिदिन 100 से कम मृत्यु दर का औसत बना हुआ है.
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