9 Years of Modi Govt: सर्वे में करीब 47 प्रतिशत लोगों ने कहा कि मोदी शासन स्ट्रीट पावर के आगे झुक गया है, जबकि उनमें से लगभग 42 प्रतिशत की राय थी कि उनकी सरकार ने समय रहते सुधार किया है.
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Modi Govt: मोदी सरकार को सत्ता में आए 9 साल पूरे हो चुके हैं. इन 9 साल में पीएम मोदी की सरकार ने देश में कई योजनाएं चलाई हैं. कई देशों के दौरे करके उनके साथ व्यापारिक और समारिक रिश्ते भी कायम किए हैं. मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर सीवोटर ने एक सर्वे किया है, जिसमें लोगों से कई सवाल पूछे. इस सर्वे में कई चौंकाने वाले जवाब मिले हैं.
लोगों ने दिए ये जवाब
सर्वे के मुताबिक, हर पांच में से तीन भारतीयों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले नौ वर्षो में भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करने में सफल रहे हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को ऐतिहासिक बहुमत दिलाने के बाद नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. तब से प्रधानमंत्री मोदी ने अन्य देशों के नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भारत के हितों को लगातार और आक्रामक रूप से बढ़ावा दिया है. इसका प्रभाव इतना अहम रहा है कि विपक्ष को वोट देने वाले 50 प्रतिशत भारतीय भी इससे सहमत हैं.
ऐसा दुर्लभ है क्योंकि विपक्षी दलों के समर्थकों ने आम तौर पर न केवल इस सर्वे में बल्कि पिछले वर्षों में सीवोटर के कई अन्य सर्वे भी विभिन्न मुद्दों पर नरेंद्र मोदी शासन को नापसंद किया है. वहीं भारत में 56 प्रतिशत मुसलमानों की राय है कि पीएम मोदी पिछले एक साल में भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करने में विफल रहे हैं. वहीं, जनसांख्यिकी और जातीय पहचान से परे भारतीयों के एक बड़े वर्ग का मानना है कि मोदी भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करने में सफल रहे हैं.
क्या स्ट्रीट पावर के आगे झुकी सरकार?
दूसरी ओर, इस धारणा के उलट कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मजबूत शख्स हैं, ज्यादातर भारतीय सोचते हैं कि उनकी सरकार स्ट्रीट पावर के आगे झुक गई है. 2014 के बाद सरकार ने ऐसे कई फैसले लिए हैं जो विवादास्पद रहे हैं, जिनकी विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है. सीवोटर सर्वे में पूछा गया: क्या आपको लगता है कि मोदी शासन ने कृषि कानूनों जैसे मुद्दों पर समय रहते सुधार किया है, या वह स्ट्रीट पावर के आगे झुक गया है?
सर्वे में करीब 47 प्रतिशत लोगों ने कहा कि मोदी शासन स्ट्रीट पावर के आगे झुक गया है, जबकि उनमें से लगभग 42 प्रतिशत की राय थी कि उनकी सरकार ने समय रहते सुधार किया है. गौरतलब है कि एनडीए के एक-तिहाई समर्थकों का मानना है कि मोदी सरकार स्ट्रीट पावर के सामने घुटने टेक चुकी है.
(इनपुट-IANS)