मोदी सरकार के खिलाफ दाउद ने रची थी घिनौनी साजिश, सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बनाई थी योजना!
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मोदी सरकार के खिलाफ दाउद ने रची थी घिनौनी साजिश, सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बनाई थी योजना!

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बेहद घृणित साजिश रची थी और उसके गुर्गे देशभर में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहते थे।

मोदी सरकार के खिलाफ दाउद ने रची थी घिनौनी साजिश, सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बनाई थी योजना!

नई दिल्ली: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बेहद घृणित साजिश रची थी और उसके गुर्गे देशभर में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहते थे।

दाउद ने मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ बड़े पैमाने पर साजिश रची थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का दावा है कि पाकिस्तान में छिपे बैठे इस अपराधी के निशाने पर न सिर्फ धार्मिक और आरएसएस के नेता थे, बल्कि वह चर्चों पर हमला करने की भी योजना बना चुका था। मीडिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि डी-कंपनी के इन सदस्यों को मोदी सरकार बनने के तुरंत बाद भारत में तनाव फैलाने, चर्चों और आरएसएस नेताओं को निशाना बनाने का काम दिया गया था।

एक बड़ी साजिश के तहत दाऊद के शार्पशूटरों ने 2 नवंबर 2015 को गुजरात में दो दक्षिणपंथी नेताओं शिरीष बंगाली और प्रग्नेश मिस्त्री की हत्या कर दी थी।दाऊद के गुर्गों ने ये हत्या मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की फांसी का बदला लेने के मकसद से की थी।इस मामले में एनआईए डी-कंपनी के 10 मेंबर्स के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने जा रही है। इसी में खुलासे किए गए हैं।

इसमें से सात सदस्य, हाजी पटेल, मोहम्मद यूनुस शेख, अब्दुल सामद, आबिद पटेल, मोहम्मद अल्ताफ, मोहसिन खान और निसान अहमद पिछले साल पकड़े गए हैं। बताया जाता है कि आबिद पटेल और चिकना भाई हैं और पटेल को मिस्त्री और बंगाली को मारने के लिए 50 लाख रुपये मिले थे।

जांच के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी को पता चला कि डी-कंपनी के पाकिस्तान स्थित सदस्य जावेद चिकना और साउथ अफ्रीका मूल के जाहिद मियां उर्फ 'जाओ' हिंदू नेताओं की हत्याओं के मास्टरमाइंड थे।उनकी दूसरे धार्मिक नेताओं और चर्चों पर हमला करने की योजना थी ताकि देश में तनाव फैल सके। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं की एक हिटलिस्ट भी तैयार की थी।एक मीडिया रिपोर्ट में इस चार्जशीट के हवाले से बताया गया है कि जब मोदी 2014 में सत्ता में आए थे, तभी से दाऊद ने साजिश रच ली थी।

एनआईए ने हाल ही पाकिस्तान में मौजूद चिकना को पकड़ने और भारत लाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी थी। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान, नेपाल, दक्षि‍ण अफ्रीका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका को जुडिशल रिक्वेस्ट भी भेजी थीं।

जांच एजेंसी अपनी चार्जशीट में दाऊद को शामिल नहीं करेगी। उसके खिलाफ सबूत पाए जाने पर उसके नाम की एक सप्लिमेंटरी चार्जशीट दाखिल की जाएगी। बता दें कि जाओ और चिकना के ताजा तस्वीरों के साथ पहले ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है। चिकना का नाम 48 मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों में शामिल है। इस लिस्ट में हाफिज सईद और दाऊद के नाम भी हैं।

 

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