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दिल्ली: राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोविड-19 (Coronavirus) के मामले अब लगातार धीरे-धीरे कम हो रहे हैं. देश के साथ दिल्ली में भी तेजी के साथ बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है. ऐसे में अब उम्मीद बढ़ गई है कि शुक्रवार को होने वाले दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक में शैक्षणिक संस्थान खोलने पर फैसला हो सकता है.
बता दें कि देशभर में 3 जनवरी से 15 से 17 वर्ष के युवाओं के लिए कोविड-19 टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हुई थी. वहीं दिल्ली सरकार से दो फरवरी को मिले आंकड़ों के मुताबिक, 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में बीते 24 घंटे में 13,795 युवाओं ने टीका लगवाया गया है. इसके अलावा दिल्ली सरकार से मिले आंकड़ों के मुताबिक 2 फरवरी तक 15 से 17 वर्ष की आयु वर्ग में आठ लाख 28 हजार 785 युवाओं ने वैक्सीन ले ली है.
वहीं जिस तरह से दिल्ली (Delhi) में कोविड-19 (Coronavirus) के मामले कम हो रहे हैं. ऐसे में उम्मीद और बढ़ गई है कि शुक्रवार को होने वाली DDMA की बैठक में शैक्षणिक संस्थानों को खोलने को लेकर सरकार फैसला ले सकती है. बता दें कि दिल्ली में बच्चों के स्कूल पिछले एक महीने से बंद हैं. इससे पहले भी प्रदूषण के वजह से भी स्कूल कई बार बंद हो चुके हैं.
दिल्ली (Delhi) के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से अभिभावकों के एक ग्रुप ने मुलाकात की थी. उन्होंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से कोरोना के कम होते मामलों को देखते हुए स्कूल-कॉलेजों को खोलने की मांग की थी. सिसोदिया ने भी उनकी मांग पर सहमति जताई थी. साथ ही कहा था कि अब ज्यादा दिन बच्चों को स्कूल से दूर रखना नुकसानदायक होगा और बच्चे एक पीढ़ी पीछे चले जाएंगे.
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राजधानी दिल्ली (Delhi) में जब मामले बहुत तेजी के साथ बढ़ रहे थे तो शहर में येलो अलर्ट लगाते हुए जिम को बंद करने का फैसला लिया गया था. बाद में शहर में नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया था, जिसमें रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक किसी भी आवाजाही पर रोक लगाई गई थी. डीडीएमए की शुक्रवार को होने वाली बैठक में जिम खोलने और नाइट कर्फ्यू हटाने का भी फैसला हो सकता है.
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