हमले में अशोक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि हरेंद्र घायल हो गया. पुलिस ने कहा कि इस वारदात का चुनावी जीत और रोड शो से कोई लेना देना नहीं है. यह पूरी तरह से आपसी रंजिश का मामला है.
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के नवनिर्वाचित विधायक नरेश यादव के काफिले पर हुई फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने कहा कि ये आपसी रंजिश का मामला है चुनाव परिणामों से इसका कोई लेना देना नहीं. पुलिस ने बताया कि वसंत कुंज के किशनगढ़ में दो ग्रुप में आपसी रंहिश थी. जब अशोक और हरेंद्र नाम के दो लोग काफिले में गाड़ी पर सवार होकर जा रहे थे उसी वक्त एक शख्स आया और उसने रेड लाइट पर दोनों को गोली मार दी.
हमले में अशोक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि हरेंद्र घायल हो गया. पुलिस ने कहा कि इस वारदात का चुनावी जीत और रोड शो से कोई लेना देना नहीं है. यह पूरी तरह से आपसी रंजिश का मामला है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. आपको बता दें कि हमले का एक आरोपी फिलहाल पुलिस की हिरासत में है.
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गौरतलब है कि 11 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजे जारी हो गए. दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की. इसके बाद ही महरौली विधानसभा से विजयी हुए विधायक नरेश यादव के काफिले रात करीब साढ़े 10 बजे दो हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इस अचानक हुई फायरिंग में विधायक के एक समर्थक की मौत और एक समर्थक घायल हो गया.
जानकारी के मुताबिक महरौली विधानसभा से विजयी हुए विधायक नरेश यादव अपने समर्थकों के साथ कारों के काफिले में किशनगंढ गांव के मंदिर से दर्शन कर के लौट रहे थे. उसी दौरान दो हमलावरों ने नरेश यादव की कार पर हमला हुई. नरेश यादव एक ओपन कार में थे और उनके साथ उनके समर्थक भी थे.
विधायक नरेश यादव ने बताया कि वो अपनी जीत के बाद काउंटिंग सेंटर से सर्टिफिकेट लेकर धार्मिक स्थलों पर गए थे और रात 10 बजे किशनगढ़ गांव के मंदिर में आये थे. नरेश यादव ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्नमनी नहीं है और न ही उन्हें चुनावों के दौरान कोई धमकी मिली थी.
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