सीलमपुर-जाफराबाद उपद्रव: 12 पुलिसकर्मी समेत 21 लोग जख्मी, बसें व पुलिस बूथ फूंके
Advertisement
trendingNow1611618

सीलमपुर-जाफराबाद उपद्रव: 12 पुलिसकर्मी समेत 21 लोग जख्मी, बसें व पुलिस बूथ फूंके

उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद-सीलमपुर इलाके में मंगलवार को लेकर ज्वाइंट सीपी आईवी आलोक कुमार ने बताया कि उपद्रवियों ने जिस बस को निशाना बनाया था, वह स्कूल बस था. ड्राइवर की सूझ बूझ से बच्चों को बाहर निकाला गया था.

जाफराबाद-सीलमपुर इलाके में हुई हिंसा में घायल हुए प्रदर्शनकारी.

नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद-सीलमपुर इलाके में मंगलवार को फैली हिंसा में कुल 21 लोग जख्मी हो गए. घायलों में 12 दिल्ली पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी, 3 आरएएफ के जवान और 7 आम नागरिक हैं. इस मामले में पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज कर फिलहाल 5 लोगों को हिरासत में ले लिया है. ज्वाइंट सीपी आईवी आलोक कुमार ने बताया कि उपद्रवियों ने जिस बस को निशाना बनाया था, वह स्कूल बस था. ड्राइवर की सूझ बूझ से बच्चों को बाहर निकाला गया था.

इस प्रदर्शन में दो केस दर्ज किए जा रहा है. एक जफराबाद में एक सीलमपुर में. 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है. दो बस ओर तीन बाइक में तोड़ फोड़ किया गया था.
दो पुलिस बूथ में तोड़फोड़ किया गया है. मस्जिद और इलाके के अमन कमेटी से अपील करवाकर शांति व्यवस्था कायम की गई है. दंगा ओर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के तहत केस दर्ज किया गया है.

उन्होंने बताया कि दो लोग को गुरुतेग बहादुर अस्पताल में रेफर किया गया है, जिसमें एक पुलिसकर्मी दूसरा एक स्थानीय नागरिक है. उपद्रवियों ने बाइक को आग के हवाले कर दिया था. बुधवार सुबह 10 बजे के करीब लोग इकट्ठे होना शरू हुए थे. 2 बजे के बाद बवाल शरू हुआ. एक ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है.

दिल्ली पुलिस प्रवक्ता एसीपी अनिल मित्तल ने देर शाम बताया कि फिलहाल इलाके में एहतियातन 5 कंपनी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. हालात को तुरंत काबू करने के लिए तीनों जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल को घटना के तुरंत बाद मौके पर बुलाना पड़ा.

मित्तल ने आगे कहा, 'सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, शांति भंग करने, दंगा फैलाने, आमजन का रास्ता रोकने, सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं के तहत दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं. एक मामला सीलमपुर और दूसरा मामला जाफराबाद थाने में दर्ज किया गया है.'

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 'घटना की शुरुआत उस समय हुई, जब कुछ लोग शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे. उसी वक्त भीड़ में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने अचानक सड़कों-गलियों में भगदड़ मचाना और पथराव करना शुरू कर दिया.'

अचानक शुरू हुई पत्थरबाजी से सड़क-गलियों में आ जा रहे लोगों में भगदड़ मच गई. देखते-देखते हालात बेकाबू होते चले गए. जब तक पुलिस मोर्चे पर डटती उपद्रवियों की भीड़ चारों ओर फैल चुकी थी. लिहाजा, आनन-फानन में दिल्ली पुलिस कमिश्नर की रिजर्व फोर्स (सीपी रिजर्व फोर्स) की 5 अतिरिक्त कंपनियों के करीब 300 जवानों को भी मौके पर बुला लिया गया. इसके साथ ही पूर्वी, शाहदरा और उत्तर पूर्वी जिले के थानों और पुलिस लाइन में मौजूद अतिरिक्त पुलिस बल को भी मौके पर बुला लिया गया.

पुलिस के मोर्चा संभालने तक हिंसा पर उतरी भीड़ दो पुलिस बूथ, दो बसें, तीन मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर चुकी थी. सबसे ज्यादा पथराव सीलमपुर और जाफराबाद थाना क्षेत्र में हुआ बताया जाता है.

ये भी देखें-:

Trending news