AAP से बाहर किए जा सकते हैं जितेंद्र सिंह तोमर , CM केजरीवाल नाराज
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AAP से बाहर किए जा सकते हैं जितेंद्र सिंह तोमर , CM केजरीवाल नाराज

दिल्ली की केजरीवाल सरकार के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को आम आदमी पार्टी से निकाला जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक तोमर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। दरअसल दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल तोमर के फर्जी आरटीआई का जवाब दिखलाने से नाराज है। इस मसले पर केजरीवाल सरकार की काफी किरकिरी हो चुकी है इसलिए आम आदमी पार्टी के ज्यादातर नेता उन्हें पार्टी से निकालने के पक्ष में है।

AAP से बाहर किए जा सकते हैं जितेंद्र सिंह तोमर , CM केजरीवाल नाराज

नई दिल्ली  : फर्जी डिग्री विवाद के कारण आम आदमी पार्टी की छवि को गहरा धक्का लगने के बीच पार्टी जितेन्द्र सिंह तोमर को पार्टी से बख्रास्त करने पर विचार कर रही है क्योंकि समझा जाता है कि दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री से जुड़े इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खासे परेशान हैं। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने संकेत दिया है कि दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री को आप से निष्कासित किया जा सकता है क्योंकि शीर्ष स्तर पर ऐसा महसूस किया जा रहा है कि इस मुद्दे पर उन्हें अंधेरे में रखा गया।

आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमारी ऐसे मुद्दों पर कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। उन्हें काफी मौके दिये गए लेकिन आमतौर पर ऐसा महसूस किया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी को भ्रमित करने का प्रयास किया। ऐसी संभावना है कि उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए।’ पार्टी नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे को आप के आंतरिक लोकपाल के समक्ष भेजा गया है और उसकी रिपोर्ट के बाद ही कोई कार्रवाई की जायेगी। जारी

आप के आंतरिक लोकपाल में पूर्व आईपीएस अधिकार एन दिलीप कुमार, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल  के पूर्व डीजी राकेश सिन्हा और शिक्षाविद् एस पी वर्मा शामिल हैं। आप नेताओं ने कहा, ‘ आरविंद केजरीवाल बहुत परेशान हैं। उन्हें काफी मौके दिये गए। उन्होंने कुछ दस्तावेज और आरटीआई भी पेश किये और प्रत्येक व्यक्ति को संतुष्ट करने का प्रयास किया। लेकिन आप लगातार झूठ नहीं बोल सकते।’ पार्टी सूत्रों ने बताया कि जब उनकी स्नातक डिग्री से जुड़ा मुद्दा उभरा, आप ने पाया कि यह मामला कुछ संदेहास्पद है।

उन्होंने कहा कि जब हमने पूरे प्रकरण पर उनसे बेदाग निकलने को कहा, तब उन्होंने कहा कि यह उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश है। हमने उनकी डिग्रियां देखीं और वह सही लग रही थीं। हमने उन्हें संदेह का लाभ दिया। पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि अब स्नातक डिग्री का मुद्दा सामने आया है। हमें विभिन्न स्रोतों से उनकी डिग्री के बारे में जानकारी मिली है। इसके कारण पार्टी असहज स्थिति में आ गई है।

ऐसी खबरें हैं कि पार्टी ने तोमर के वकील के तौर पर अपने कानूनी प्रकोष्ठ के प्रमुख एच एस फुल्का की सेवाएं वापस ले ली हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है क्योंकि फुल्का अभी लंदन में हैं। दिल्ली के त्रिनगर से विधायक 49 वर्षीय तोमर को कथित फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

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