दिल्ली हिंसा: क्राइम ब्रांच ने 2 और मामलों में चार्जशीट दाखिल की, ये है पूरा मामला
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दिल्ली हिंसा: क्राइम ब्रांच ने 2 और मामलों में चार्जशीट दाखिल की, ये है पूरा मामला

कड़कड़डूमा अदालत में दाखिल की गई चार्जशीट गोकलपुरी थाने में दर्ज एफआईआर नंबर 36 और 38 के संबंध में है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा (Delhi-violence) मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो और मामलों की चार्जशीट दाखिल कर दी है. दायर चार्जशीट में अकील और मुशर्रफ की हत्या का मामला है.

  1. दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच की कार्यवाही
  2. क्राइम ब्रांच ने दो और मामलों की चार्जशीट दाखिल की
  3. चार्जशीट में अकील और मुशर्रफ की हत्या का मामला

कड़कड़डूमा अदालत में दाखिल की गई चार्जशीट गोकलपुरी थाने में दर्ज एफआईआर नंबर 36 और 38 के संबंध में है. गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा मामले में गोकलपुरी थाने में चार एफआईआर दर्ज की गई थी. इनमें से दो के बारे में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. 

ताजा चार्जशीट के मुताबिक भागीरथी विहार के जौहरीपुर में 25 और 26 फरवरी को हिंसा हुई थी. हिंसा मौजपुर के कर्दमपुरी से शुरू होकर डीआरपी स्कूल और राजधानी पब्लिक स्कूल तक पहुंच गई थी. 

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27 फरवरी को सुबह करीब 9.40 बजे जौहरीपुर नाले से तीन शव बरामद किए गए. तीनों शव अज्ञात थे. उसी दिन शाम करीब 4 बजे एक और शव बरामद किया गया. इस मामले में एफआईआर नंबर 35, 36, 37 और 38 दर्ज किए गए. एफआईआर नंबर 36 और 38 दो सगे भाइयों अकील और मुशर्रफ के संबंध में दर्ज की गई थी. बाद में मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी को दे दी गई.

जांच में पता लगा कि अकील अहमद कार मैकेनिक का काम करता था. उसके घर में पत्नी के अलावा 4 बच्चे थे. 26 फरवरी को रात करीब साढ़े नौ बजे न्यू मुस्तफाबाद से वह अपने घर वापस जा रहा था, उसी समय भागीरथी विहार के जल बोर्ड पुलिया के पास उस पर भीड़ ने हमला कर दिया. फिर उसकी हत्या कर लाश जौहरीपुर नाले में फेंक दी गई.
  
दूसरे मामले की जांच में पता लगा कि मुशर्रफ ऑटो चलाने का काम करता था, उसके घर में पत्नी और तीन बच्चे हैं. 25 फरवरी की शाम करीब साढ़े सात बजे दंगाइयों ने उसके इलाके की बिजली काट दी. फिर अंधेरे का लाभ उठाकर कुछ दंगाई उसे घर से बाहर खींचते हुए लाए और हत्या कर उसका शव खुले नाले में फेंक दिया.

उपरोक्त दोनों मामले ऐसी जगहों पर अंजाम दिए गए जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे. जांच में कुछ लोगों के हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पता लगा कि यह काम भी उसी व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े लोगो का था जिसे 25-26 फरवरी को बनाया गया था. इस ग्रुप में 125 लोग थे. ग्रुप के कई सदस्य साइलेंट थे. कुछ संदेश दे रहे थे तो कुछ इन संदेशो पर अमल कर रहे थे. अकील के मामले में दस लोग गिरफ्तार किए गए जबकि मुशर्रफ के मामले में 9 लोगो की गिरफ्तारी हुई.

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