आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के बढ़ते खतरे को देखते हुए हिंदू स्वाभिमान संगठन ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में युवाओं की एक फौज खड़ी की है। इसे 'धर्म सेना' का नाम दिया गया है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू स्वाभिमान सेना के नेताओं का दावा है कि 15,000 सैनिक पहले से ही अपनी सुरक्षा और आस्था के लिए मरने को तैयार हैं। इनका मानना है कि इस्लामिक स्टेट 2020 तक पश्चिमी यूपी को अपने कब्जे में ले लेगा। आईएस से मुकाबला करने के लिए इस सैना को तैयार किया गया है।
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नई दिल्ली: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के बढ़ते खतरे को देखते हुए हिंदू स्वाभिमान संगठन ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में युवाओं की एक फौज खड़ी की है। इसे 'धर्म सेना' का नाम दिया गया है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू स्वाभिमान सेना के नेताओं का दावा है कि 15,000 सैनिक पहले से ही अपनी सुरक्षा और आस्था के लिए मरने को तैयार हैं। इनका मानना है कि इस्लामिक स्टेट 2020 तक पश्चिमी यूपी को अपने कब्जे में ले लेगा। आईएस से मुकाबला करने के लिए इस सैना को तैयार किया गया है।
इस संगठन की लिस्ट में बच्चों को भी शामिल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये कैंप सांप्रदायिक रूप से बेहद संवेदनशील पश्चिमी यूपी में फैले हैं। इस सेना में जिन बच्चों को शामिल किया गया है उनमें से कुछ की उम्र महज आठ साल हो रही है। धर्म सेना में शामिल सभी लोगों को तलवार और बंदूक चलाने की शिक्षा दी जा रही है। गाजियाबाद जिले के डासना स्थित एक मंदिर में इस संगठन का हेडक्वॉर्टर है और इसके नेता यहीं मिलते हैं। इन नेताओं ने दावा किया कि इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। इनके 50 ट्रेनिंग कैंप हैं जिनमें पुरुषों, महिलाओं, लड़के, लड़कियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।