पीएनबी में 14 फरवरी को करीब 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है. इस घोटाले का मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी है.
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नई दिल्ली: करीब 12,000 करोड़ लेकर भागने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी का परिवार गुजरात के पालनपुर का रहने वाला है. नीरव के पिता पीयूष काफी पहले ही परिवार के साथ बेल्जियम में बस गए. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो नीरव के दादा पालनपुर में ही किराए के मकान में रहते थे और दादी पापड़ बेचा करती थीं. नीरव का भाई निशाल बेल्जियम का नागरिक है. नीरव की पत्नी एमी के पास अमेरिका की नागरिकता है. पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में बुधवार (14 फरवरी) को करीब 11,400 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक द्वारा खुद इस घोटाले का खुलासा किया गया है. इस घोटाले का मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी है.
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नीरव मोदी के खिलाफ ‘लुक आउट नोटिस’
ऐसा माना जा रहा है कि नीरव मोदी स्विट्जरलैंड में हैं. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दावोस (स्विट्जरलैंड) में नामी भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालकों (सीईओ) के समूह के साथ फोटो में शामिल है. वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के सम्मेलन की इस तस्वीर को 23 जनवरी प्रेस सूचना ब्यूरो ने जारी किया था. इसके छह दिन बाद ही पंजाब नेशनल बैंक ने उनके खिलाफ पहली शिकायत की. अधिकारियों के अनुसार एजेंसी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 31 जनवरी को एफआईआर दर्ज की. उसने मुंबई व सूरत में 20 स्थानों पर तलाशी ली. चार फरवरी को नीरव मोदी तथा तीन आरोपियों के खिलाफ ‘लुक आउट नोटिस’ जारी किया गया.
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वहीं दूसरी ओर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने 11,400 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ जांच तेज कर दी है। 280 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में गुरुवार (15 फरवरी) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई, दिल्ली और गुजरात में छापेमारी में 5,100 करोड़ रुपये के हीरे, सोने के आभूषण जब्त किए।
सीबीआई ने 31 जनवरी को मामला दर्ज किया था
नीरव मोदी 2013 से ही धनी व चर्चित भारतीयों की सूची में लगातार आते रहे हैं. सीबीआई ने नीरव, उनकी पत्नी, भाई व कारोबार भागीदारी चौकसी के खिलाफ 31 जनवरी को मामला दर्ज किया था. यह मामला पंजाब नेशनल बैंक से कथित रूप से 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का है. बैंक ने पहली शिकायत के पखवाड़े भर में ही सीबीआई से संपर्क कर कहा कि यह मामला 11,400 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन का है. अधिकारियों के अनुसार इस सवाल की भी पड़ताल की जा रही है कि पीएनबी ने सीबीआई को शिकायत में सारी जानकारी न देकर, यह किस्तों में देने का फैसला क्यों किया.
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पीएनबी को 16 जनवरी को हुआ शक
बैंक को इस मामले में संदेह 16 जनवरी को हुआ, जबकि आरोपी कंपनी डायमंड आर यूएस, सोलार एक्सपोटर्स व स्टेलर डायमंड्स (सभी सीबीआई की एफआईआर में आरोपी हैं) ने आयात दस्तावेजों के साथ उससे संपर्क किया और गारंटी पत्र (एलओयू) जारी करने का आग्रह किया ताकि विदेशी आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान कर सकें. एफआईआर के अनुसार बैंक को पहले की कोई जानकारी अपनी प्रणाली में नहीं मिली. अधिकारियों के अनुसार पीएनबी ने 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बारे में 29 जनवरी को केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई को शिकायत की थी.
1 जनवरी को देश से बाहर गया नीरव मोदी
सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ धोखाधड़ी को लेकर इस समय सुर्खियों में चल रहा नीरव मोदी बैंक की ओर से इस मामले में शिकायत मिलने से काफी दिन पहले गत एक जनवरी को ही देश से बाहर चला गया था. उन्होंने कहा कि नीरव का भाई निशाल बेल्जियम का नागरिक है. वह भी एक जनवरी को भारत छोड़ गया. हालांकि वे दोनों साथ गए थे या अलग अलग इसकी जांच अभी की जानी है. नीरव की पत्नी और अमेरिकी नागरिक एमी छह जनवरी को यहां से निकलीं. उसके चाचा तथा गीतांजलि जूलरी के प्रवर्तक मेहुल चौकसी चार जनवरी को देश छोड़कर चले गए.
(इनपुट एजेंसी से भी)