लालू यादव की बेटी पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, फार्महाउस किया सील
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लालू यादव की बेटी पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, फार्महाउस किया सील

 ईडी ने मंगलवार को मीसा और उनके पति का फार्महाउस अटैच कर लिया है. 

बेनामी संपत्ति मामले में मीसा और उनके पति शैलेश  ईडी के निशाने पर हैं. (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली : आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने मंगलवार को मीसा और उनके पति का फार्महाउस अटैच कर लिया है. धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की तहत हुई इस कार्रवाई का मतलब है कि मीसा भारती अब इस फार्महाउस का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगीं. यह फार्महाउस दिल्ली में पालम के बिजवासन में है. 

  1. कुछ दिनों पहले ईडी ने इनके खिलाफ छापा मारा था
  2. यह फार्महाउस दिल्ली में पालम के बिजवासन में है
  3. इस फार्म हाउस का इस्‍तेमाल नहीं कर पाएंगींं मीसा

करोड़ों रुपये के बेनामी संपत्ति मामले में मीसा भारती और उनके पति शैलेश  ईडी के निशाने पर हैं. कुछ दिनों पहले ही ईडी ने 8,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनके खिलाफ छापा मारा था.  फर्जी कंपनियों की संलिप्तता वाली मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 8 जुलाई को केंद्रीय जांच एजेंसी ने मीसा, शैलेश के दिल्ली स्थित तीन परिसरों और उनसे संबद्ध एक कंपनी पर छापा मारा था.

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मीसा, उनके पति के नाम से पंजीकृत तीन फार्म हाउसों और मिशैल प्रिंटर्स ऐंड पैकर्स प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में ईडी ने तलाशी ली थी. मीसा और उनके पति इस कंपनी के कथित तौर पर निदेशक थे. यह समन और तलाशी 8,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग जांच से संबद्ध है, जो ईडी ने कारोबारी बंधु- सुरेंद्र कुमार जैन और वीरेंद्र जैन और अन्य के खिलाफ की थी.  इन्होंने 90 फर्जी कंपनियों के जरिए कथित तौर पर करोड़ों रुपये के काले धन को सफेद किया था. 

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निदेशालय धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामले में जैन बंधुओं को पहले ही गिरफ्तार कर चुका है. जांच एजेंसी ने बताया कि इसने पता लगाया कि मिशैल प्रिंटर्स ऐंड पैकर्स प्रा. लि. के 1,20,000 शेयर वर्ष 2007-2008 के दौरान 100 रुपये प्रति शेयर की दर से खरीदे गए थे. इसे चार फर्जी कंपनियों- शालिनी होल्डिंग्स लिमिटेड, ऐड फिन कैपिटल सर्विसेज (इंडिया) प्रा. लिमिटेड, मणि माला दिल्ली प्रॉपर्टिज प्रा. लि. और डायमंड विनिमय प्रा. लि. ने खरीदा था. 

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