देव दीपावली मनाने बनारस गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक बार फिर कृषि कानूनों (Farm Law) को सही ठहराया तो दिल्ली में डेरा जमाए बैठे किसानों (Farmers) ने उसे पूरी तरह ठुकरा दिया. किसान संघों ने कहा है कि हम पीछे नहीं हटेंगे.
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नई दिल्ली: देव दीपावली मनाने बनारस गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक बार फिर कृषि कानूनों (Farm Law) को सही ठहराया तो दिल्ली में डेरा जमाए बैठे किसानों (Farmers) ने उसे पूरी तरह ठुकरा दिया है. किसान संघों ने कहा है कि हम पीछे नहीं हटेंगे. मांगे (Demands) पूरी होने तक इसी तरह आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही कहा कि 'मुंह में राम और बगल में छुरी रखने का पीएम मोदी का तरीका अब नहीं चलेगा'.
ये आंदोलन देश के हर किसान के लिए
किसान संघों ने कहा है कि यह आंदोलन देश के हर किसान के लिए है और हम इससे पीछे नहीं हटेंगे. भारतीय किसान यूनियन (डाकुंडा) के जनरल सेक्रेटरी जगमोहन सिंह ने कहा, 'हमने सभी राज्यों के किसान संगठनों के साथ मीटिंग नहीं की, हमने केवल पंजाब के 30 संगठनों के साथ मीटिंग की है. हमने मोदीजी के सशर्त आमंत्रण को ठुकरा दिया है.
We couldn’t have meeting with farmers' organisations from all the states. We could only have it with 30 organisations from Punjab. We rejected the conditional invitation of Modiji: Jagmohan Singh, General secretary, Bharti Kisan Union (Dakaunda) at Singhu Border (Delhi-Haryana) pic.twitter.com/NCZokz4gMQ
— ANI (@ANI) November 30, 2020
इस पर केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, 'हमारे वरिष्ठ नेताओं ने किसानों के असल मुद्दों को सुनने और सुलझाने के लिए बातचीत के लिए बुलाया था. बातचीत हमेशा बिना शर्त के होती है. मुझे उम्मीद है कि उनकी सही मांगें सुनी जाएंगी और मानी जाएंगी.
Our senior leaders have invited farmers for talks & are willing to address genuine issues. Talks are always held without preconditions or preconceived notions. I firmly hope that all their genuine demands will be considered & issues will be resolved: Union Min Hardeep Singh Puri pic.twitter.com/LibPwe2aPR
— ANI (@ANI) November 30, 2020
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लड़ाई जनता बनाम कॉर्पोरेट की
किसानों ने कहा है कि ये लड़ाई पूरे देश की लड़ाई है, हम आर्थिक ग़ुलामी की ओर बढ़ रहे हैं. मोदी जी ने सोचा कि दिन बढ़ने के साथ हमारी संख्या कम होती जाएगी. लेकिन ऐसा न हो कि हमें इससे ज्यादा सख्त कदम उठाने पड़ जाएं. अभी तो केवल 2-3 रास्ते ही बंद हुए हैं, कहीं 5-6 रास्ते बंद न करने पड़ जाएं. हम लंबे समय के लिए राशन-पानी लेकर आए हैं.
किसानों ने कहा, 'जब इतिहास लिखा जायेगा तो देश मोदी को माफ नहीं किया जाएगा. हमने इतना झूठ बोलने वाला प्रधानमंत्री नहीं देखा. मोदी जी दिल की बात करो, मन की बात नहीं. हम अपने मन की बात आपको सुनाने आए हैं.'
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