Sultanpur: बेटे का शव 17 दिन से फ्रीजर में रखकर बैठा है पिता, अब कोर्ट लेगा फैसला
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Sultanpur: बेटे का शव 17 दिन से फ्रीजर में रखकर बैठा है पिता, अब कोर्ट लेगा फैसला

बेटे की मौत के बाद अब पिता को अदालत से न्याय मिलने की उम्मीद है. शिवांक पाठक की मौत 17 दिन पहले दिल्ली में हुई थी लेकिन पिता सुल्तानपुर (Sultanpur) में अपने बेटे का दोबारा पोस्ट मार्टम (Post Mortem) कराना चाहते हैं.

सांकेतिक तस्वीर

आशीष श्रीवास्तव, सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश से एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां एक डेड बॉडी 17 दिन से फ्रीजर में रखी हुई है. शव को इतने दिन तक घर में रखने वाला कोई और नहीं बल्कि खुद मृतक के पिता हैं. यूपी के सुल्तानपुर में शिव प्रसाद पाठक दोबारा पोस्टमार्टम कराने के मकसद से अपने बेटे का शव पिछले 17 दिन से फ्रीजर में रखे हुए हैं.

  1. फ्रीजर में रखा है शिवांक का शव
  2. एक तारीख को दिल्ली में हुई मौत
  3. पिता ने बहू पर लगाया हत्या का आरोप

दिल्ली में हुई बेटे की मौत

मामला जिले के कूरेभार थाना क्षेत्र के तहत आने वाले सूबेदार पुरवा गांव है. यहां के निवासी शिवांक पाठक दिल्ली में अपने दोस्त वरुण वर्मा के साथ एक प्राइवेट कंपनी चलाते थे. इस बीच कंपनी में एचआर के पद पर काम करने वाली गुरलीन कौर से शिवांक की दोस्ती हो गई. साल 2013 में दोनों ने शादी का फैसला किया और इसके बाद उन दोनों के एक बेटी भी हुई.

परिवार में सब कुछ अच्छा चल रहा था और दंपति काफी खुश था. लेकिन एक अगस्त 2021 को शिवांक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. पत्नी ने दिल्ली में ही शिवांक का पोस्टमार्टम करा दिया और परिवार को जानकारी तक नहीं हुई. मृतक के दोस्त वरुण ने शिवांक के घर वालों को उसकी मौत के बारे में बताया तो सब सन्न रह गए. परिवार ने दिल्ली में बेटे की मौत को संदिग्ध पाया और पुलिस में शिकायत भी की. लेकिन परिजनों का आरोप है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है.

बहू पर लगाया हत्या का आरोप

इसके बाद शिव प्रसाद पाठक अपने बेटे का शव लेकर सुल्तानपुर आ गए. उन्होंने अपनी बहू गुरलीन कौर पर बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए प्रशासन से शव का दोबारा पोस्टमार्टम करने की गुहार लगाई. पिता ने इसके लिए यूपी पुलिस से भी मदद न मिलने के बाद अब कोर्ट का सहारा लिया है. उन्हें उम्मीद है कि न्यायालय के आदेश पर उनके बेटे के शव का दोबारा पोस्टमार्टम होगा और सच्चाई सामने आएगी.

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शिवांक के दोबारा पोस्टमार्टम का मामला अभी सीजीएम कोर्ट में विचाराधीन है और पिता 17 दिन से न्याय की आस में अपने बेटे का शव फ्रीजर में रखकर न्याय की उम्मीद लगाए बैठा हुआ है.

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