Bihar Politics: NDA में शामिल हुए मांझी, अमित शाह से हुई मुलाकात और बन गई बात
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Bihar Politics: NDA में शामिल हुए मांझी, अमित शाह से हुई मुलाकात और बन गई बात

जीतन राम मांझी और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने आज दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर दी.

Bihar Politics: NDA में शामिल हुए मांझी, अमित शाह से हुई मुलाकात और बन गई बात

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने भारतीय जनता पार्टी वाले गठबंधन (एनडीए) का दामन थाम लिया है. नीतीश कुमार का साथ छोड़ने के बाद दोनों नेताओं ने आज दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और इस मुलाकात के बाद संतोष कुमार सुमन ने एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया.

अमित शाह के आवास पर हुई बैठक के दौरान गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद रहे. ये बैठक दिल्ली स्थित अमित शाह के आवास पर हुई. इस मुलाकात के साथ ही अटकलों का बाजार गर्म हो गया था. सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि जल्द ही जीतन राम मांझी और संतोष कुमार सुमन भारतीय जनता पार्टी वाले गठबंधन (एनडीए) का दामन थामेंगे.

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन की अमित शाह से के साथ 45 मिनट तक बातचीत हुई. हाल ही में जीतन राम मांझी ने बिहार में महागठबंधन की सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. उनके बेटे संतोष सुमन ने बिहार कैबिनेट से इस्तीफा देकर मंत्री पद त्याग दिया था. जानकारी के मुताबिक, मांझी पर इस बात का दबाव था कि वो अपनी पार्टी का जेडीयू में विलय कर लें.

जीतन राम मांझी के महागठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने उन पर बड़े आरोप लगाए थे. नीतीश कुमार ने कहा था कि जीतन राम मांझी बिहार सरकार में सहयोगी रहते हुए बीजेपी के लिए जासूसी कर रहे थे. बीते सोमवार को मांझी ने नीतीश कुमार सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. इस दौरान संतोष सुमन ने कहा था नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने उनकी पार्टी पर जदयू में विलय के लिए दबाव डाला.

संतोष सुमन ने कहा था कि अगर बीजेपी नीत गठबंधन उन्हें निमंत्रण देता है तो वह एनडीए में शामिल होने पर विचार करने को तैयार हैं. इस दौरान उन्होंने तीसरे मोर्चे की स्थापना के लिए विकल्प खुला रखने की भी बात कही थी. 

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