गैर कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा था गैंग, बेंगलुरु पुलिस ने किया भंडाफोड़; पाकिस्तान से जुड़े हो सकते हैं तार
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गैर कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा था गैंग, बेंगलुरु पुलिस ने किया भंडाफोड़; पाकिस्तान से जुड़े हो सकते हैं तार

Bangalore Police exposes a gang: बेंगलुरु पुलिस ने एक बार फिर गैर कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है. इस एक्सचेंज का इस्तेमाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक शख्स द्वारा भी किया था. बेंगलुरु पुलिस को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इस एक्सचेंज की जानकारी दी थी जिस पर यह कार्रवाई हुई है.

गैर कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा था गैंग, बेंगलुरु पुलिस ने किया भंडाफोड़; पाकिस्तान से जुड़े हो सकते हैं तार

Bangalore Police exposes a gang: बेंगलुरु पुलिस ने एक बार फिर गैर कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश किया है. इस मामले में केरल के एक शख्स की गुरफ्तारी भी हुई है. इस एक्सचेंज का इस्तेमाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एक शख्स द्वारा भी किया था. बेंगलुरु पुलिस को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इस एक्सचेंज की जानकारी दी थी जिस पर यह कार्रवाई हुई है.

जब्त किए गए इतने सिम कार्ड

साउथर्न कमांड की मिलिट्री इंटेलिजेंस की एक सूचना पर कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने बेंगलुरु शहर में गैर कानूनी तरीके से चलने वाले टेलीफोन एक्सचेंज पर छापेमारी कर 53 सिम बॉक्स जब्त किए हैं, जिसमें 1900 सिम कार्ड्स का इस्तेमाल हो रहा था.

सिम कार्ड से इस घटना को दिया जाता था अंजाम 

पुलिस ने इस जाली एक्सचेंज चलाने वाले शख्स को भी गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान 41 वर्ष के शराफुद्दीन के तौर पर हुई है. शराफुद्दीन केरल के वायनाड जिले के का रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक शराफुद्दीन ने बेंगलुरु के चार इलाको में 53 सिम बॉक्स लगाए थे जिनमें 1840 मोबाइल सिम कार्ड्स इस्तेमाल कर गैर कानूनी तरीके से इंटरनेशनल कॉल्स को लोकल कॉल्स में कनवर्ट किया जाता था. ताकि असली नंबर का पता किसी को न चले. इन सिम कार्ड्स के अलावा पुलिस ने सब से ज्यादा सिम कार्ड भी रेड के दौरान बरामद किए हैं.

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देश की सुरक्षा को खतरा

कुछ दिन पहले मिलिट्री इंटेलिजेंस को उस समय इस जाली एक्सचेंज के बारे में जानकारी मिली जब पाकिस्तानी इंटेलिजेंस एजेंसी के एक अधिकारी ने इस जाली एक्सचेंज का इस्तमाल करते हुए भारत के एक डिफेंस दफ्तर से जानकारी हासिल करने की कोशिश की. इसके बाद तुरंत खुफिया विभाग अलर्ट हुआ और नंबर ट्रेस करना शुरू किया. जांच के दौरान मिलिट्री इंटेलिजेंस को पता चला कि सिम बॉक्स बेंगलुरु में लगा है. मिलिट्री इंटेलिजेंस ने तुरंत बेंगलुरु पुलिस को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की. सीसीबी बेंगलुरु के मुताबिक, इस तरह के गैरकानूनी एक्सचेंज से न केवल रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है बल्कि यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकता है. सी सी बी अब इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है.

सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CCB) ने बेंगलुरु शहर के साइबर क्राइम पुलिस थाने में इस मामले को दर्ज किया है. CCB फिलहाल शराफुद्दीन से पूछताछ कर यह पता करने की कोशिश कर रही है कि कहीं शराफुद्दीन के तार किसी आतंकी संगठन के साथ तो जुड़े नहीं हैं.

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