स्वदेशी जागरण मंच ने कहा कि भारत दुनिया का संभवतः एकमात्र देश है जिसके दो नाम- भारत और इंडिया हैं, जबकि अन्य देश अपने मूल नाम से ही जाने जाते हैं.
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प्रयागराज: स्वदेशी जागरण मंच ने देश का एक ही नाम भारत बनाए रखने और अंग्रेजी नाम इंडिया समाप्त करने का प्रस्ताव पारित कर इसे केंद्र के पास भेजा है. स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख डाक्टर निरंजन सिंह ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि गत 8 और 9 जून को पुणे में हुई स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि हमें अपने गौरवशाली अतीत से अपने लोगों को जोड़ने के लिए अपने देश का नाम केवल भारत ही रखना चाहिए.
'भारत दुनिया का संभवतः एकमात्र देश है जिसके दो नाम हैं'
डाक्टर निरंजन ने कहा कि जब आप अपने देश को इंडिया के नाम से पुकारते हैं तो इस नाम से सोचने के तरीके में समग्रता का भाव नहीं आता, जबकि भारत शब्द से देश के लिए नीति निर्माण की प्रक्रिया में समग्रता एव अपनत्व का भाव प्रकट होता है.
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का संभवतः एकमात्र देश है जिसके दो नाम- भारत और इंडिया हैं, जबकि अन्य देश अपने मूल नाम से ही जाने जाते हैं.
डाक्टर निरंजन ने बताया कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि विदेशी उत्पादों और ब्रांडों के बढ़ते चलन को रोकने के लिए भारत द्वारा विनिर्मित वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिये अनुकूल तंत्र विकसित किया जाए.
बैठक में स्वयं सेवक संघ के सह सर संघचालक भैया जी, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक अरुण ओझा, सह संयोजक डाक्टर अश्वनी महाजन और डाक्टर धनपत राम अग्रवाल मौजूद थे.