डॉक्टर ने मुस्लिम महिला से कराया 'कृष्ण जाप', दी थी ऑपरेशन न करने की धमकी
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डॉक्टर ने मुस्लिम महिला से कराया 'कृष्ण जाप', दी थी ऑपरेशन न करने की धमकी

महिला ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि जब वह ऑपरेशन के लिए हॉस्पिटल गई तो उसे ऑपरेशन थियेटर में 'कृष्णा-कृष्णा' का जाप करने के लिए मजबूर किया गया.

कर्नाटक के चिंतामणि गांव में एक सरकारी डॉक्टर ने मुस्लिम महिला से करवाया कृष्ण के नाम का जाप (प्रतीकात्मक तस्वीर)

बेंगलूरू: कर्नाटक के चिकबालापुर से एक अजीबोगरीब खबर सामने आई. हालांकि खबर कुछ दिन पुरानी है मगर थोड़ी अलग है. जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के चिकबालापुर जिले के चिंतामणि गांव में एक मुस्लिम महिला नसबंदी का ऑपरेशन करवाने सरकारी अस्पताल गई थी. ऑपरेशन से ठीक पहले सरकारी डॉक्टर ने पीड़ित मुस्लिम महिला को भगवान कृष्ण के नाम का जाप करने के लिए मजबूर किया. महिला ने इस बात की शिकायत पुलिस में भी कर रखी है.

  1. डॉक्टर ने एक मुस्लिम महिला को भगवान कृष्ण के नाम का जाप करने के लिए मजबूर किया.
  2. महिला ने मीडिया को बताया कि वह बेंगलुरू से चिंतामणि ऑपरेशन के लिए आई थी.
  3. डॉक्टर ने कहा कि अगर वह जाप नहीं करेगी तो वह उसका ऑपरेशन नहीं करेगा.

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार नसीमा बानो नाम की मुस्लिम महिला ने एक सरकारी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. महिला ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि जब वह ऑपरेशन के लिए हॉस्पिटल गई तो उसे ऑपरेशन थियेटर में 'कृष्णा-कृष्णा' का जाप करने के लिए मजबूर किया गया.

महिला ने मीडिया को बताया कि वह बेंगलुरू से चिंतामणि ऑपरेशन के लिए आई थी क्योंकि वहां उसके रिश्तेदार रहते थे. वह सुबह करीब 9 बजे अस्पताल पहुंची थी जहां सारे टेस्ट होने के बाद दोपहर 1 बजे ऑपरेशन का समय दिया गया था.

महिला जब ऑपरेशन थियेटर के अंदर पहुंची तो डॉक्टर ने वहां मौजूद सभी से कृष्ण के नाम का जाप करने को कहा. थियेटर में वह अकेली मुस्लिम महिला थी, उसने अल्लाह-अल्लाह कहना शुरू किया तो डॉक्टर ने आपत्ति की. उसने डॉक्टर से जाप करने से मना किया तो डॉक्टर ने कहा कि अगर वह जाप नहीं करेगी तो वह उसका ऑपरेशन नहीं करेगा. डॉक्टर के न मानने पर मुस्लिम महिला घबरा गई और मजबूर होकर कृष्ण के नाम का जाप किया.

खबरों के मुताबिक महिला बेंगलूरू के नंदनी लेआउट की निवासी है. ऑपरेशन के लिए वह अपनी दादी के घर चिंतामणि गांव गई थी. क्योंकि 12 दिसंबर को चिंतामणि गांव के सरकारी अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन शिविर आयोजित किया गया था. नसीमा की दो बेटियां हैं और वे नसबंदी ऑपरेशन कराना चाहती थीं.

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