आधी आबादी के वैक्सिनेशन के बाद ही पूरी तरह से ऑफिस शुरू करना चाहती हैं कंपनियां
Advertisement
trendingNow1871614

आधी आबादी के वैक्सिनेशन के बाद ही पूरी तरह से ऑफिस शुरू करना चाहती हैं कंपनियां

सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर 45 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि वे कायालयों को पूरी तरह से खोलने से पहले 50 प्रतिशत से अधिक आबादी के टीकाकरण का इंतजार करेंगे 

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुंबई: भारत में तीन चौथाई सीईओ (कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी) अपने दफ्तरों को कोविड19 माहामारी के पहले जैसे सामान्य तरीके से खोलने से पहले आधी आबादी के टीकाकरण का इंतजार करने के पक्ष में है. वैश्विक स्तर पर ऐसी सोच रखने वाले सीईओ का अनुपात 45 प्रतिशत है. एक सर्वे में यह बात सामने आयी है. वैश्विक परामर्श कंपनी केपीएमजी द्वारा शीर्ष 500 सीईओ के बीच किये गये सर्वे के अनुसार ज्यादातर वैश्विक सीईओ 2022 में स्थिति सामान्य होने की उम्मीद नहीं कर रहे. करीब 31 प्रतिशत भारतीय सीईओ को उम्मीद है कि इस साल स्थिति सामान्य हो सकती है.

  1. भारत में 76 फीसदी सीईओ टीकाकरण के बाद काम के पक्ष में
  2. सरकार कर रही अच्छा काम: 86 फीसदी भारतीय CEO
  3. हाईब्रिड वर्क कल्चर अपनाने से दूर हैं कंपनियां

भारत में 76 फीसदी सीईओ टीकाकरण चाहते हैं

सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर 45 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि वे कायालयों को पूरी तरह से खोलने से पहले 50 प्रतिशत से अधिक आबादी के टीकाकरण का इंतजार करेंगे जबकि भारत में 76 प्रतिशत सीईओ ने यह बात कही है. इसमें यह भी कहा कि ये सीईओ नई वास्तविकताओं के अनुसार योजना बना रहे हैं। इनमें से करीब एक चौथाई (24 प्रतिशत) सीईओ ने स्वीकार किया कि महामारी के कारण उनका कारोबारी मॉडल सदा के लिये बदल गया है.

86 फीसदी भारतीय कंपनियों का मानना-सरकार कर रही अच्छा काम

सर्वे में वैश्विक स्तर पर 76 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि सरकार कंपनियों को सामान्य स्तर पर लौटाने को लेकर प्रोत्साहित कर रही है वहीं भारत में यह 86 प्रतिशत है. दफ्तरों या दुकानों को कम करने के बारे में वैश्विक स्तर पर केवल 17 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि वे इस पर विचार कर रहे हैं जबकि देश में इस तरह की सोच रखने वाले सीईओ की संख्या 22 प्रतिशत है. इससे पहले, अगस्त 2020 में वैश्विक स्तर पर 69 प्रतिशत सीईओ ने कहा कि था वे अगले तीन साल में कार्यालय की जगह को कम करेंगे. जबकि भारत में 48 प्रतिशत ने यह बात कही थी. 

ये भी पढ़ें: सर्दी-बुखार होना अच्छा, क्योंकि कोरोनावायरस से बचाने वाला वायरस आपके अंदर है!

भारत में अब भी हाईब्रिड वर्क कल्चर अपनाने से दूर हैं कंपनियां

सर्वे में वैश्विक स्तर पर ज्यादातर सीईओ ने पूर्ण रूप से दफ्तर से दूर काम करने लेकर शंका जतायी. केवल 30 प्रतिशत वैश्विक सीईओ कामकाज के हाइब्रिड मॉडल पर विचार कर रहे हैं. इसके तहत कर्मचारियों को सप्ताह में दो से तीन दिन दफ्तर से दूर रहकर काम करने की अनुमति होगी. भारत में यह विचार रखने वाले सीईओ की संख्या 32 प्रतिशत है. यह अध्ययन जनवरी के आखिर और मार्च की शुरूआत में 11 बड़े देशों के सीईओ के बीच किया गया. ये देश हैं...आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत,इटली, जापान,स्पेन और अमेरिका. उनसे महामारी और उसके परिदृश्य के बारे में अगले तीन साल की स्थिति के बारे में सवाल पूछे गये थे.

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news